-नीलम रावत
अगर किसी से पूछा जाए कि (ANGKOR WAT) विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर कहा है तो ज्यादातर लोगो का जवाब भारत में ही होगा क्योंकि सबसे ज्यादा हिंदू आबादी हमारे भारत में ही है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी दुनिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर भारत नहीं बल्कि कम्बोडिया में है। इस मंदिर का नाता अलौकिक शक्तियों से रहा है और इसका इतिहास भी काफी दिलचस्प है।
दुनिया का सबसे विशाल मंदिर
यह मंदिर 402 एकड़ में फैला हुआ दुनिया का सबसे विशाल मंदिर है। यह मूल रूप से खमेर साम्राज्य के लिए भगवान विष्णु के एक हिन्दू मंदिर (ANGKOR WAT) के रूप में बनाया गया था, जो धीरे-धीरे 12 वीं शताब्दी के अंत में बौध मंदिर में परिवर्तित हो गया था। मंदिर कम्बोडिया के अंकोर में है जिसका पुराना नाम ‘यशोधरपुर’ था। इसका निर्माण सम्राट सूर्यवर्मन द्वितीय के शासनकाल में हुआ था। राष्ट्र के लिए सम्मान के प्रतीक इस मंदिर को 1983 से कंबोडिया के राष्ट्रध्वज में भी स्थान दिया गया है। इसकी दीवारों पर भारतीय धर्म ग्रंथों के प्रसंगों का चित्रण है। इन प्रसंगों में असुरों और देवताओं के बीच समुद्र मंथन का दृश्य भी दिखाया गया है।
भारतीय संस्कृति से जुड़ाव
अंकोरवाट मंदिर (ANGKOR WAT) एक ऐसा स्थान है जहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनो की मूर्तियां एक साथ है। इस मंदिर की दीवारें रामायण और महाभारत जैसे पवित्र धर्मग्रंथों से जुड़ी कहानियां कहती है। बौद्ध रूप ग्रहण करने के काफी सालों बाद तक इस मंदिर की पहचान लगभग खोई रही लेकिन फिर एक फ्रांसीसी पुरात्वविद की नजर इस पर पड़ी और उसने फिर से एक बार दुनिया के सामने इस बेशकीमती और आलीशान मंदिर को प्रस्तुत किया।
अंकोरवाट मंदिर से जुड़ी खास बातें
• यह मन्दिर एक ऊंचे चबूतरे पर स्थित है जिसमें तीन खण्ड हैं। हर खंड में 8 गुम्बज हैं।
• मुख्य मन्दिर तीसरे खण्ड की चौड़ी छत पर है। जिसका शिखर 213 फुट उंचा है ।
• इस मंदिर की रक्षा भी एक चतुर्दिक खाई करती है जिसकी चौड़ाई लगभग 700 फुट है ।
• दूर से यह खाई झील के समान दिखती है ।
• मंदिर के पश्चिम की ओर इस खाई को पार करने के लिए एक पुल बना हुआ है ।
• पुल के पार मंदिर में प्रवेश के लिए एक विशाल द्वार निर्मित है जो लगभग 1000 फुट चौड़ा है ।
• अंकोरवाट मंदिर बहुत विशाल है इसकी दीवारों पर समस्त रामायण मूर्तियों में अंकित है ।
• मंदिर के गलियारों में स्वर्ग-नरक, समुद्र मंथन, देव-दानव युद्ध, महाभारत,हरिवंश पुराण और रामायण से संबद्ध अनेक शिलाचित्र हैं ।
विश्व के सबसे लोकप्रिय पर्यटन (ANGKOR WAT) स्थानों में से एक होने के साथ ही यह मंदिर यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। पर्यटक यहाँ केवल वास्तुशास्त्र का अनुपम सौंदर्य देखने ही नहीं आते बल्कि यहाँ का सूर्योदय और सूर्यास्त देखने भी आते हैं। सनातनी लोग इसे पवित्र तीर्थस्थान मानते हैं। आज के समय में अंकोरवाट दक्षिण एशिया के प्रख्यात और अत्याधिक प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों में से एक है।