जवान राजकुमार पंचतत्व में विलीन, बेटे ने दी मुखाग्नि

उत्तराखंड
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हमीरपुर 24 फरवरी (वार्ता): उत्तराखंड के रुड़की में रेलगाड़ी से उतरते समय गम्भीर रूप से घायल होने और बाद में दम तोड़ देने वाले सेना की 174 इंजीनियर्स टीए के जवान राजकुमार शर्मा(40) की हमीरपुर जिले में उनके पैतृक गांव सलौणी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ शुक्रवार को अंत्येष्टि कर दी गई। उनके पुत्र राघव ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।

राजकुमार का पार्थिव शरीर आज तड़के ऋषिकेश से उनके पैतृक गांव लाया गया। अंतिम विदाई के मौके पर पूरा गांव और शहीद के परिजन शमशान घाट पहुंचे। अंतिम संस्कार के समय शहीद अमर रहे के नारे लगे। जालंधर से आई बटालियन के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी। इस अवसर पर बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल और एसडीएम शशि पाल शर्मा भी मौजूद थे। विधायक ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार शोक संतप्त परिजनों के साथ है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। एसडीएम शर्मा ने राजकुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

राज कुमार जम्मू में तैनात था। गत 20 फरवरी को राजकुमार रुड़की स्थित अपने मुख्यालय सेवानिवृत्ति के कागजात लेकर पहुंचे थे। जहां से वह लौटते समय ऋषिकेश में रेलगाड़ी से उतरते समय घायल हो गए थे। ऋषिकेश के अस्पताल में दो दिन तक जिंदगी से संघर्ष करते हुए गत वीरवार को उन्होंने दम तोड़ दिया था। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।

राजकुमार 2007-08 में सेना में भर्ती हुये थे। उनके सेवाकाल का यह आखिरी साल बचा था। उनकी माता कमला देवी (62) भी उन्हें एम्स अस्पताल में देखने पहुंची थीं। राजकुमार की हालत खराब देखकर उन्हें डॉक्टरों ने घर भेज दिया था। प्रदेश सरकार की ओर से उनके परिवार को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की गई है।

राजकुमार करीब पांच साल पहले भी जम्मू में एक सैन्य ऑपरेशन के दौरान गम्भीर रूप से घायल भी हुए थे। उस समय उनकी टांग में गोली लगी थी और लम्बा इलाज चला था।