Asad encounter: प्रयागराज में दिनदहाड़े उमेश पाल को गोली मारने वाले गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया।
12 सदस्यीय एसटीएफ टीम का नेतृत्व नवेंदु कुमार नवीन और विमल कुमार सिंह कर रहे थे।
कौन हैं नवेंदु कुमार नवीन
यूपी पुलिस की वेबसाइट के मुताबिक नवीन एसटीएफ में डीएसपी हैं जिनकी पोस्टिंग जिला लखनऊ है। नवीन बिहार के सारण के रहने वाले हैं। वह 2017 कैडर के पुलिस अधिकारी हैं। नवेंदु को साल 2017 में स्पेशल टास्क फोर्स में शामिल किया गया था। कुछ साल पहले एक डकैत से मुठभेड़ में उनके हाथ और गर्दन में गोली लगी थी।
पिछले साल ही नवेंदु ने दो इनामी अपराधियों को मार गिराया था। इसके लिए उन्हें 2008 में राष्ट्रपति वीरता पदक और 2014 में राष्ट्रीय वीरता पदक से नवाजा जा चुका है। पिछले साल 2022 में भी नवेंदु को उनकी इस बहादुरी के लिए स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया था।
कौन हैं विमल कुमार सिंह
सिंह एसटीएफ में डीएसपी हैं। उनकी पोस्टिंग लखनऊ जिले में है। वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले हैं। वह 2018 कैडर के पुलिस अधिकारी हैं।
आज क्या हुआ ?
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद के बेटे असद और एक साथी, दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे, गुरुवार को झांसी में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए।
विशेष अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, “असद और गुलाम प्रयागराज के उमेश पाल हत्या मामले में वांछित थे और प्रत्येक पर 5 लाख रुपये का इनाम था। वे यूपी एसटीएफ टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए।”
अधिकारी ने कहा, “यूपी एसटीएफ टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी नवेंदु और विमल कर रहे थे। आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं।
2005 के तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो पुलिस सुरक्षा गार्डों की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अतीक अहमद 2005 के राजू पाल हत्याकांड में भी आरोपी है