अशोक लीलैंड और वीईसीबी: भारत में इलेक्ट्रिक बस कारोबार में बड़े निवेश की खबरें

अशोक लीलैंड
अशोक लीलैंड

न्ई दिल्ली: भारत की दिग्गज हैवी व्हीकल कंपनी अशोक लीलैंड ने हाल ही में 1000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ भारत में अपनी सातवीं फैक्ट्री की शुरुआत की है, जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बसों पर केंद्रित होगी। यह फैक्ट्री नोएडा या ग्रेटर नोएडा के पास मौजूद है और इसमें सालाना 2500 इलेक्ट्रिक बस बनाए जाएंगे, जिनमें केवल इलेक्ट्रिक बसों की निर्माण होगी। जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक बसों की मांग बढ़ेगी, तो इस प्लांट की कैपेसिटी भी बढ़ाई जाएगी और यह 5000 इलेक्ट्रिक बसों की निर्माण क्षमता तक बढ़ाई जा सकेगी।

इसके साथ ही, बुलेट ट्रेन बनाने वाली कंपनी आयशर मोटर्स और वोल्वो के बीच एक ज्वाइंट वेंचर है, जिसका नाम वीईसीबी है। इस वेंचर ने हाल ही में न्यूगो से 1000 इलेक्ट्रिक बसों के आर्डर की घोषणा की है। न्यूगो इंटरसिटी बस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी है, जो देश के 30 शहरों में पहले से ही कारोबार कर रही है और वह इस उद्योग में बिजनेस कर रही है, जहां प्रतियोगिता बढ़ रही है।

इलेक्ट्रिक बसों के प्रयोग से न्यूगो को अधिकतर खिलाड़ियों की तुलना में अपने कारोबार को बेहतर बनाने में मदद मिल रही है, और प्रति किलोमीटर बस चलाने का खर्च कम करने में भी मदद मिल रही है।

देश के इलेक्ट्रिक व्हीकल बाजार के लिए यह बड़ी खबर है, और ग्रीन सेल मोबिलिटी और वीई कमर्शियल व्हीकल के अनुसार, इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए वैकल्पिक ईंधन योजना को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। ग्रीन सेल मोबिलिटी के साथ आयशर मोटर्स और वोल्वो के इस ज्वाइंट वेंचर ने इस बारे में एक समझौता पर हस्ताक्षर किया है, जिसमें 1000 इलेक्ट्रिक बसों की सप्लाई अगले 5 साल में की जाने है।

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