प्रयागराज.कौशांबी,03 मार्च (वार्ता): प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद माफिया अतीक अहमद के करीबियों पर कार्रवाई के क्रम में शुक्रवार को प्रयागराज और कौशांबी में दो मकान जमीदोज किये गये।
सरकार के निर्देश पर अपराध और अपराधियों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई में पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र में असरौली के प्रधान माशूकउद्दीन के मकान को ध्वस्त कर दिया गया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि माशूकउद्दीन के मकान का नक्शा नहीं था। यह अवैध निर्माण है। इसी कारण इसे ध्वस्त किया गया है।
माशूकउद्दीन का आरोप है कि यह मकान उसकी बहू को शादी में गिफ्ट मिला था। इस मकान से इन लोगों का कोई लेनादेना नहीं है। पीडीए के लोगों ने गलत ढंग से मकान गिराया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि माशूकउद्दीन पर अतीक अहमद को फंडिंग करने के आरोप है। माशूकउद्दीन माफिया अतीक अहमद का खास बताया गया है। शुक्रवार को प्रविप्रा की टीम असरौली इलाके में तीन जेसीबी और एक पोकलेन मशीन के करीब साढे तीन बजे पहुंची और लगभग ढह बजे तक घर गिराने की र्कावाई पूरी की। इस दौरान कई थानों की पुलिस सुरक्षा के लिए मौके पर मौजूद थी। इस दो मंजिला भवन की अनुमानित कीमत करीब तीन करोड़ बतायी जाती है। माशूकउद्दीन हालांकि उमेश पाल हत्याकांड में सीधे तौर पर जुड़ा नहीं है। बावजूद इसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
इसके अलावा कौशांबी जिले के सराय अकिल थाना क्षेत्र के भखन्दा गांव निवासी अब्दुल कवी के मकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। कवी पर अवैध हथियार रखने के आरोप में यह कार्रवाई की गयी है। कवी पिछले 18 वर्ष से फरार चल रहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अब्दुल कवी माफिया अतीक अहमद का करीबी है, जिसकी गिरफ्तारी अभी नहीं हो सकी है। पुलिस इंस्पेक्टर विनीत सिंह ने बताया की अब्दुल कवी के घर से आधा दर्जन तमंचा एवं कई दराती मिली है।
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