न्यू दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा देश के गरीब वर्ग को स्वास्थ्य सेवाओं और इलाज-दवा की आसान पहुंच उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत सरकार ने देशभर में “आयुष्मान भव अभियान” की शुरुआत की है, जिसके दो दिनों में ही 1 लाख से ज्यादा लोगों को योजना का लाभ दिलाया गया है, और उन्हें आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 13 सितंबर को गुजरात के गांधीनगर स्थित राजभवन से वर्चुअल माध्यम से आयुष्मान भव अभियान के साथ-साथ आयुष्मान भव पोर्टल और आयुष्मान एप्लीकेशन का शुभारंभ किया था। आयुष्मान भव अभियान की शुरुआत के दो दिनों में ही रिकॉर्ड लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि आयुष्मान भव अभियान की शुरुआत में दो दिनों के भीतर आयुष्मान ऐप्लीकेशन के माध्यम से 1,00,000 से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। यह अभियान देशभर में व्यापक रूप से 17 सितंबर से शुरू होगा जो पूरे 15 दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान लोगों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार लाभार्थियों को किसी भी बीमारी, ऑपरेशन, और इलाज के लिए खर्च के लिए 5 लाख रुपये का बीमा प्रदान करती है। कुछ राज्य सरकारें जैसे कि राजस्थान और गुजरात इस योजना के साथ प्रदेश की हेल्थ योजना को जोड़कर स्वास्थ्य बीमा राशि को 5 लाख से बढ़ाकर 15 लाख रुपये तक बढ़ा दी हैं। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार अब तक कुल 45.30 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड को डिजिटल किया गया है।
यूपी में 17 सितंबर से आयुष्मान आपके द्वार अभियान
उत्तर प्रदेश में 17 सितंबर से शुरू होने वाला सेवा पखवाड़ा 2 अक्टूबर तक चलेगा। आयुष्मान आपके द्वार अभियान के माध्यम से पीएमजेएवाई योजना के तहत सभी शेष पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड के वितरण किया जाएगा, सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पात्र लाभार्थी छूटे न। घर-घर ई-केवाईसी और कार्ड डिलीवरी किए जाएंगे।
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