तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की हाल की टिप्पणी के बाद, सनातन धर्म पर कई विवादित बयान आ रहे हैं। इसी बीच, योग गुरु बाबा रामदेव ने भी सनातन धर्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। स्वामी रामदेव ने स्पष्टता से कहा कि “जो लोग सनातन धर्म को बदनाम करने में लगे हुए हैं, उनका मोक्ष होने वाला है 2024 में।” इसके साथ ही बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि काशी अपने आप में दिव्य है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को भव्यता प्रदान की है।
ज्ञानवापी पर बोले बाबा
योग गुरु बाबा रामदेव ने वाराणसी दौरे के दौरान ज्ञानवापी मामले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि न्यायालय जो भी फैसला करेगा, उसका सम्मान होना चाहिए। बाबा रामदेव ने वाराणसी आने पर बीजेपी सांसद बीपी सरोज द्वारा किया गया स्वागत किया और काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा पाठ भी किया। इसके बाद उन्होंने ज्ञानवापी मामले पर अपने विचार साझा किए और न्यायालय के फैसले का सम्मान करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना हमारे संविधान के मूल अधिकारों का हिस्सा है और सभी को उसका सम्मान करना चाहिए।
‘सनातन संस्कृति की पहचान प्राचीन समय से’- बाबा रामदेव
योग गुरु बाबा रामदेव ने अपने वाराणसी दौरे के दौरान कहा कि सनातन संस्कृति की पहचान प्राचीन समय से है और इसे किसी भी तरह की प्रतिबंधना का सामना करना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय समृद्धि और विकास का मूल आधार सनातन संस्कृति में है, और हमें इसका गर्व महसूस करना चाहिए।
इसके अलावा, बाबा रामदेव ने “इंडिया” और “भारत” के मामले पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि किसी को भी भारत कहने में कोई परहेज नहीं होना चाहिए और सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है, जिस पर हमें गर्व होना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस संदर्भ में अपने विचार साझा किए और सनातन धर्म की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दी।
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