Basti Makhoda, बस्ती 7 अप्रैल (वार्ता) : उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले मे मखधाम ’’मखौड़ा’’ से शुक्रवार को 84 कोसी परिक्रमा का शुभारम्भ हो गया ।
आधिकारिक सूत्रो ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि परम्परागत ढंग से मखधाम ’’मखौड़ा’’ से 84 कोसी परिक्रमा का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश के अलावा हरिद्वार,जोशीमठ, बिहार,महाराष्ट्र सहित कई अन्य प्रदेश के श्रद्वालुओं द्वारा शुरू कर दिया गया है। परिक्रमा मे शामिल श्रद्वालु पहली रात रामरेखा मन्दिर मे विश्रााम करेगे। जहां पर सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है।
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दूसरे दिन श्रद्वालुओं का डेरा हनुमान बाग चकोही मे विश्राम करेगे। उसके अगले दिन सेरवा घाट पर सरयू नदी को पार करके श्रृंगीऋृषि आश्रम गोसाईगंज अयोध्या पहुंचेगे।वहां पर आराम करने के बाद उसके अगले दिन अम्बेडकर नगर जिले मे प्रवेश करके दुबारा अयोध्या महादेवा घाट पर पहुंच कर तमसा नदी को पार करेगे। अयोध्या के तारून विकास खण्ड के आगागंज टिकरी मे संत और श्रद्वालु विश्राम करेगे और भोजन करने के बाद कीर्तन भजन करेगे।
इसके बाद अगला पड़ाव अयोध्या के भगनरामपुर सूर्यकुण्ड पर होगी। सीता कुण्ड, बीकापुर, इनायतनगर, ढमोवैस्य, जनमेजय कुण्ड, रूधौली, पटरंगा,बैलखरा,टिकैतन सहित अन्य स्थानो से होकर मखधाम ’’मखौड़ा’’ मे 29 अप्रैल को पहुंचेगे। उसके बाद वहां पर पूजन अर्चन किया जायेगा उसके बाद भण्डारे का आयोजन होगा फिर यात्रा की समाप्ति होगी।
सूत्रो ने यह भी बताया कि इस यात्रा मे शामिल सभी श्रद्वालु नंगे पांव चल कर यात्रा पूरी करेगे। परिक्रमा के मार्ग पर साधु सन्तो द्वारा कथा का आयोजन भी किया जायेगा। इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध किये गये है।
गौरतलब हो कि 84 कोस की परिक्रमा लगाने से 84 लाख योनियों से छुटकारा पाने के लिए है। परिक्रमा लगाने से एक-एक कदम पर जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं। शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि इस परिक्रमा के करने वालों को एक-एक कदम पर अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है।
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