भोपाल: तालाबों की सेहत में सुधार, बीओडी स्तर घटकर 5.2 तक पहुंचा

भोपाल: तालाबों की सेहत में सुधार, बीओडी स्तर घटकर 5.2 तक पहुंचा
भोपाल: तालाबों की सेहत में सुधार, बीओडी स्तर घटकर 5.2 तक पहुंचा

भोपाल के तालाबों में पानी की गुणवत्ता में सुधार देखा गया है। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीपीसीबी) की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, तालाबों में बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) का स्तर पहले 22 था, जो अब घटकर 5.2 रह गया है। यह जलीय जीव-जंतुओं के लिए अनुकूल स्थिति मानी जाती है।

विशेष बात यह रही कि इस साल गणेश विसर्जन के दौरान प्रतिमाओं की संख्या दोगुनी होने के बावजूद तालाबों की हालत बेहतर हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि विसर्जन के दौरान हुई बारिश ने प्रदूषण को कम करने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा प्रशासन और स्थानीय निकायों की ओर से किए गए प्रयासों का भी असर दिखाई दिया।

जल संरक्षण की दिशा में अहम कदम

रिपोर्ट को पर्यावरण संरक्षण और जल संसाधन प्रबंधन की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बोर्ड के अधिकारी ब्रजेश शर्मा ने बताया कि आने वाले समय में तालाबों की स्थिति और बेहतर बनाए रखने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।

पानी की गुणवत्ता से जुड़े प्रमुख तथ्य

हथाईखेड़ा तालाब में बीओडी 2024 में 22.0 दर्ज किया गया था, जो 2025 में घटकर 5.2 हो गया।

खटलापुरा और कमलापति घाट पर घुलित ऑक्सीजन का स्तर क्रमशः 6.5 पीपीएम और 6.2 पीपीएम पाया गया।

सभी घाटों पर पीएच स्तर 6.5 से 8.5 की सुरक्षित सीमा में रहा।

डिजॉल्व सॉलिड्स में मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई, लेकिन यह अभी भी सुरक्षित स्तर के भीतर है।

यह रिपोर्ट इस ओर इशारा करती है कि तालाबों में प्रदूषण घटा है और पानी की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, जो न केवल जलजीवों के लिए बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सकारात्मक संकेत है।