Bhubaneswar News, भुवनेश्वर, 10 मार्च (वार्ता) : विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के सदस्यों ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नब दास की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इस्तीफे की मांग को लेकर शुक्रवार को ओडिशा विधानसभा में कामकाज ठप कर दिया। अध्यक्ष बी के अरुख को चार बजे तक दो बार सदन को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री की सनसनीखेज हत्या को लेकर भाजपा और कांग्रेस के आक्रोशित सदस्यों ने सदन के बीच में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने गृह मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि मंत्री की हत्या के 41 दिन बाद भी अपराध शाखा मामले की जांच में हत्या के पीछे की साजिश का पता लगाने में विफल रही है। सदन की कार्यवाही बजट सत्र के दूसरे चरण के लिए 1030 बजे शुरू हुई और प्रश्नकाल आरंभ हुआ।
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इसी दौरान अध्यक्ष ने उद्योग मंत्री प्रताप केशरी देव से एक प्रश्न का उत्तर देने को कहा और विपक्ष से अपनी सीटों पर वापस जाने तथा कामकाज में सहयोग करने की अपील की, तो विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच में आ गये तथा मंच के पास नारेबाजी की। नाराज विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष के अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया और अपनी नारेबाजी जारी रखी। इस हंगामे में उद्योग मंत्री का जवाब सुनाई नहीं दिया और अध्यक्ष को सदन चलाने के लिए कोई अन्य विकल्प न मिलने पर 10.32 बजे कार्यवाही को 11.30 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। शून्य काल के लिए सदन 11:30 बजे पुन: बहाल हुआ लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के सदस्य फिर सदन के बीच में आ गये और श्री दास की हत्या के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। सदन में कुछ ही देर में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गयी, लेकिन अध्यक्ष ने संसदीय कार्य मंत्री निरंजन पुजारी से बुधवार को लिये गये कैबिनेट के फैसले पेश करने के लिए कहा। श्री पुजारी ने कैबिनेट के फैसले को पढ़ा जिसे सुना भी नहीं गया क्योंकि विपक्ष ने सदन में नारेबाजी जारी रखी। जैसे ही संसदीय कार्य मंत्री ने फैसले पढ़ना समाप्त किया, अध्यक्ष ने सदन को चार बजे तक के लिए दाेबारा स्थगित कर दिया।
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