अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने यरूशलेम के अल-अक्सा मस्जिद परिसर की कानूनी यथास्थिति बनाये रखने का समर्थन जताया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार श्री बिडेन ने यहां व्हाइट हाउस में जॉर्डन के शासक अब्दुल्ला हुसैन द्वितीय के साथ बैठक में यह प्रतिबद्धता जतायी है। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक श्री बिडेन और प्रिंस हुसैन ने अमेरिका और जॉर्डन के बीच करीबी दोस्ताना संबंधों को व्यक्त किया। इस मौके पर दोनों नेताओं ने इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी से भी फोन पर बात की।
बैठक में श्री बिडेन ने अल-अक्सा मस्जिद के आसपास बढ़ते तनाव का जिक्र करते हुए इसके ऐतिहासिक और कानूनी यथास्थिति को बनाये रखने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के परिप्रेक्ष्य में “दो-राज्य समाधान के लिए समर्थन” पर अपने देश के रूख को दोहराया। वहीं प्रिंस हुसैन को मध्य पूर्व में स्थिरता के लिए एक ताकत के रूप में उनकी भूमिका के लिए धन्यवाद दिया। व्हाइट हाउस ने कहा कि श्री बिडेन ने श्री अल-सुदानी से बातचीत में इराक की संप्रभुता और स्वतंत्रता को मजबूत करने के प्रयासों के संदर्भ में उनकी सराहना की। उन्होंने इराक के आर्थिक एजेंडे और अर्थव्यवस्था की भी सराहना की। दोनों नेताओं ने कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने में सक्षम होने से रोकने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। गौरतलब है कि अल-अक्सा मस्जिद इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थान है और यहूदियों के लिए सबसे पवित्र स्थल है।