राज्य विद्युत विनियामक आयोग ने एक अप्रैल से आरंभ होने वाले नए वित्तीय वर्ष के लिए बिजली की नई दरों की घोषणा कर दी है। किसी भी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। यह लगातार चौथा साल है जब बिजली की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। बिजली कंपनी ने बिजली की दर में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी से संबंधित याचिका राज्य विद्युत विनियामक आयोग को दी थी।
आयोग ने सुनवाई के बाद सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए अनुदान रहित बिजली की दर में दो फीसद कमी का फैसला लिया है। विनियामक आयोग के सदस्य अरुण कुमार सिन्हा व परशुराम सिंह यादव ने गुरुवार को अपना निर्णय प्रेस की मौजूदगी में
आयोग ने सुनवाई के बाद सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए अनुदान रहित बिजली की दर में दो फीसद कमी का फैसला लिया है। विनियामक आयोग के सदस्य अरुण कुमार सिन्हा व परशुराम सिंह यादव ने गुरुवार को अपना निर्णय प्रेस की मौजूदगी में सुनाया।सुनाया।
वितरण कंपनियों के सरप्लस के आधार पर नहीं हुई बढ़ोतरी
विनियामक आयोग ने अपने निर्णय में कहा कि बिजली वितरण कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए टैरिफ में 3.03 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव दिया था। आयोग ने यह निर्णय लिया कि वितरण कंपनियों के राजस्व अधिशेष (सरप्लस) को ध्यान में रख इसे अस्वीकृत कर दिया गया। सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में बिजली की दरों में कमी किए जाने का फैसला लिया गया