-अक्षत सरोत्री
किसानों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस विषय पर सरकार को यह परेशानी हो गयी है। इस विषय पर भाजपा लगातार किसानों से बातचीत करके मामले को सुलटाना चाहती है। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरने का रविवार को चौथा दिन है। किसान दिल्ली की सीमा पर 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं। कुछ किसान दिल्ली के निरंकारी समागम मैदान में मौजूद हैं। शनिवार को किसानों ने तय किया है कि वे अभी सिंधु बॉर्डर पर ही प्रदर्शन करेंगे। इस विषय की गंभीरता को देखते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर किसान आंदोलन पर बड़ी बैठक चल रही है। गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बैठक में मौजूद हैं।
गृह मंत्रालय की मांग को किसानों ने ठुकराया
गृह मंत्री ने किसानों से आग्रह किया था कि वो एक बार इस विषय पर बात करके देखें लेकिन किसानों ने गृह मंत्री के आग्रह को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा की हम किसानों के हक़ के साथ खिलबाड़ नहीं करेंगे।
कांग्रेस भी साध रही है निशाना
कांग्रेस ने केंद्र सरकार और अमित शाह पर हमला बोला है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अगर आप रैलियों को संबोधित करने के लिए 1200 किलोमीटर दूर हैदराबाद की यात्रा कर सकते हैं तो किसानों के साथ बातचीत की पहल के लिए 12 किमी की यात्रा क्यों नहीं कर सकते।