सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल ने निर्विरोध चुनाव जीत लिया है। वह बीजेपी के पहले ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन्होंने संसदीय चुनाव में निर्विरोध जीत हासिल की है। बता दें कि कांग्रेस ने नीलेश कुंभानी को इस सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उनकी उम्मीदवारी खारिज कर दी गई।
वहीं, उन्होंने आगे लिखा कि साल 1980 में फारुख अब्दुल्ला और साल 2012 में डिंपल यादव भी निर्विरोध चुनाव जीत चुकी हैं। क्या जब ये नेता चुनाव जीते तो लोकतंत्र खतरे में नहीं था।
वहीं, दक्षिण गोवा से आई.एन.डी.आई. गठबंधन के उम्मीदवार कैप्टन विरियाटो फर्नांडीस के बारे में नहीं सुना है, जो यह कह रहे हैं कि गोवा के लोगों के लिए दोहरी नागरिकता मिलनी चाहिए क्योंकि गोवा के लोगों पर संविधान थोपा गया है।
बता दें कि वाईबी चव्हाण, फारुक अबदुल्ला, हरे कृष्ण महताब, टीटी कृष्णामाचारी, पीएम सईद सरीखे नेता भी बिना किसी मुकाबले को लोकसभा पहुंच चुके हैं।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने इस मामले पर गुस्सा जाहिर करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा,”तानाशाह की असली ‘सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है। जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है। मैं एक बार फिर कह रहा हूं-यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है