British company, चेन्नई 25 मार्च (वार्ता) : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एलवीएम-3 प्रक्षेपण यान से ब्रिटेन की कंपनी वनवेब के 36 उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित करने के लिए होने वाले प्रक्षेपण से पहले शनिवार काे उल्टी गिनती शुरू हो गयी। इसरो के सबसे भारी प्रक्षेपण यान एलवीएम-एम3 को श्रीहरिकोटा स्थित शार प्रक्षेपण केंद्र से प्रक्षेपित किया जायेगा। इसरो से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ब्रिटिश कंपनी वन वेब के उपग्रहों को प्रक्षेपित किये जाने से साढ़े 24 घंटे पहले उल्टी गिनती शुरू कर दी गयी है। कल सुबह शार प्रक्षेपण केंद्र के दूसरे नंबर के लाँच पैड से इसे एलवीएम-एम3 को प्रक्षेपित किया जायेगा।
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इसरो ने ट्वीट कर कहा “ एलवीएम -एम3 या वन वेब इंडिया-2 मिशन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।” कुल 643 टन वजनी और 43.5 मीटर लंबा यह प्रक्षेपण यान इसरो का सबसे भारी प्रक्षेपण यान है जो अब तक पांच सफल उड़ानें पूरी कर चुका है जिसमें चंद्रयान -2 मिशन भी शामिल है और अब वह कल सुबह नौ बजे दूसरे लाॅन्च पैड से ब्रिटिश कंपनी वन वेब के 36 उपग्रहों को लेकर एक बार फिर अंतरिक्ष की उड़ान की तैयारी में है। ये 36 उपग्रह 5805 टन वजनी हैं। उल्टी गिनती के दौरान तीन स्तर वाले प्रक्षेपण यान, जिसके तीसरे स्तर पर क्रायोजेनिक सी -25 इंजन को लगाया गया है, में प्रणोदक भरने का काम किया जायेगा। इसरो ने बताया कि मौजूदा मिशन एलवीएम3-एम3, न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) का दूसरा समर्पित वाणिज्यिक उपग्रह मिशन है जिसे उसके ग्राहक ब्रिटिश कंपनी मैसर्स नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स लिमिटेड (मैसर्स वन वेब) के लिए चलाया जा रहा है। एलवीएम -3 इसरो के सबसे भारी प्रक्षेपण यान जीएसएलवीएमके -3 का ही नया नाम है जो सबसे भारी उपग्रहों को निश्चित कक्षा में प्रक्षेपित करने की क्षमता रखता है।
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