बुद्ध पूर्णिमा, (Buddha Purnima 2023) जिसे वेसाक या बुद्ध जयंती के रूप में भी जाना जाता है, बौद्ध कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान और मृत्यु का स्मरण कराता है। जो लोग अपनी आध्यात्मिक यात्रा को गहरा करना चाहते हैं, उनके लिए भारत कई प्राचीन बौद्ध मठों और मंदिरों का घर है जो बौद्ध धर्म के समृद्ध इतिहास और संस्कृति की झलक पेश करते हैं। आपकी बुद्ध पूर्णिमा तीर्थयात्रा की योजना बनाने में मदद करने के लिए यहां भारत के कुछ बौद्ध स्थलों की यात्रा की जानी चाहिए।
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- महाबोधि मंदिर परिसर, बोध गया: एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल और बौद्ध धर्म का जन्मस्थान। यह प्रसिद्ध बोधि वृक्ष का घर है, जहां भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था (Buddha Purnima 2023)।
- सांची स्तूप, मध्य प्रदेश: एक शानदार बौद्ध स्मारक जो तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व का है। यह अपनी जटिल नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है।
- हेमिस मठ, लद्दाख: लद्दाख में सबसे बड़े और सबसे प्रसिद्ध मठों में से एक। यह अपने रंग-बिरंगे त्योहारों, प्राचीन थांगकाओं और दुर्लभ बौद्ध कलाकृतियों के लिए जाना जाता है।
- धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश: निर्वासित तिब्बती सरकार का मुख्यालय और दलाई लामा का घर। यह तिब्बती बौद्ध धर्म और संस्कृति का एक संपन्न केंद्र है।
- अजंता की गुफाएं, महाराष्ट्र: एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, जिसमें भारत की कुछ सबसे उत्तम बौद्ध रॉक-कट गुफाएँ हैं। गुफाएँ आश्चर्यजनक भित्ति चित्रों और मूर्तियों से सुशोभित हैं जो भगवान बुद्ध के जीवन को दर्शाती हैं।