केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में बुधवार को गुजरात के खेड़ा और पंजमहल जिलों के दो निजी स्कूलों का दौरा किया। परीक्षा पांच मई को आयोजित की गई थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई की टीम नीट के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सबसे पहले खेड़ा जिले में व वानकबोरी थर्मल विद्युत संयंत्र के पास सेवलिया-बालासिनोर राजमार्ग पर जय जलाराम इंटरनेशनल स्कूल पहुंची। इस स्कूल को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था। स्कूल के मालिक दीक्षित पटेल ने इस बात की पुष्टि की कि स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में सीबीआई कर्मी उनके स्कूल आए थे। उन्होंने बताया कि सीबीआई की टीम ने उन कक्षाओं का दौरा किया, जहां अभ्यर्थी पांच मई को नीट परीक्षा में शामिल हुए थे। उन्होंने कक्षाओं की तस्वीरें लीं और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। खेड़ा के बाद सीबीआई की टीम ने पंचमहल जिले के गोधरा शहर के पास जय जलाराम स्कूल का दौरा किया। यह भी राज्य में नीट-यूजी का परीक्षा केंद्र था। दोनों स्कूल सौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं और इनका स्वामित्व पटेल के पास है। गोधरा पुलिस ने आठ मई को तीन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। आरोप था कि इन तीनों ने नीट-यूजी की परीक्षा पास करने में 27 अभ्यर्थियों की मदद करने की कोशिश की थी। पेपर लीक के दावाों के बीच सीबीआई ने 23 जून को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत नई प्राथमिकी दर्ज की थी। अगले दिन सीबीआई की एक टीम कथित अनियमितताओं के मामले की जांच के लिए गोधरा पहुंची।