न्यू दिल्ली: धरती से करीब पौने चार लाख किलोमीटर दूर चांद के साउथ पोल रीजन में स्लीप मोड में पार्क किए गए चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के दोबारा एक्टिव होने की किसी भी वक्त खबर आ सकती है। इसका कारण है सूर्योदय की शुरुआत होने के बाद चंद्रयान-3 के साउथ पोल रीजन पर रोशनी के पहुंचने का संकेत मिलना।
इनके सोलर पैनल पर माइंस 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान पड़ते ही अगर बैटरी खराब नहीं हुई है तो चार्ज होने लगेगी, और इसके बाद इनसे दोबारा कम्युनिकेशन स्थापित हो सकेगा।
इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 की टेक्निकल स्टेटस की मॉनिटरिंग शुरू की है, और जल्द ही विक्रम और प्रज्ञान को फिर से एक्टिव करने का प्रयास किया जाएगा।