चंद्रयान-3 मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने प्रज्ञान रोवर के माध्यम से चंद्रमा से संदेश भेजा है, जिसमें बताया गया कि रोवर और उसके दोस्त विक्रम लैंडर संपर्क में हैं और उनकी सेहत अच्छी है। प्रज्ञान रोवर ने इस संदेश में कहा, “हेलो पृथ्वीवासियों! मैं चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर. आशा करता हूं कि आप अच्छे से होंगे. सभी को बताना चाहता हूं कि मैं चंद्रमा के रहस्यों को उजागर करने के अपने रास्ते पर हूं. मैं और मेरा दोस्त विक्रम लैंडर संपर्क में हैं. हमारी सेहत अच्छी है. सबसे अच्छा परिणाम जल्द आ रहा है…”
Hello earthlings! This is #Chandrayaan3's Pragyan Rover. I hope you're doing well. I want to let everyone know that I'm on my way to uncover the secrets of the Moon 🌒. Me and my friend Vikram Lander are in touch. We're in good health. The best is coming soon…#ISRO pic.twitter.com/ZbIgvy22fv
— ISRO InSight (@ISROSight) August 29, 2023
चंद्रयान-3 मिशन के अंतर्गत प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर को चंद्रमा के सत्र पर सफलतापूर्वक बैठाया गया है। इस मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के रहस्यों को उजागर करना और अन्य वैज्ञानिक अनुसंधान को समर्थन प्रदान करना है। चंद्रयान-3 की मिशन लाइफ एक चंद्र दिवस के बराबर है, जिसका मतलब है कि यह पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर सत्र पर काम कर सकता है।
चंद्रयान-3 मिशन के अंतर्गत रोवर और लैंडर की मदद से इसरो ने चंद्रमा पर कई अहम जानकारियां जुटाई हैं, जो वैज्ञानिकों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं। इसके अलावा, यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वैज्ञानिकों को चंद्रमा के रहस्यों की खोज में आगे बढ़ने में मदद करेगा।
इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने इस मिशन के सफल पूरे होने की उम्मीद जताई है और उन्होंने इसके आगे के चंद्र दिवस में भी मिशन काम करने की संभावना बताई है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इसके लिए रोवर को चंद्रमा के अत्यधिक ठंडे तापमान में भी सहन करना होगा। यह उनके लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि सूरज ढलने पर चंद्र के कुछ हिस्सों में तापमान माइनस 203 डिग्री तक चला जाता है।
चंद्रयान-3 मिशन ने भारत को अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र में एक बार फिर से उच्च स्तर पर उठाया है और यहाँ से मिलने वाली नई जानकारियों की आशा की जा रही है