राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इनमें से तीन मुख्य उपाय हैं – डीग जिले के 13 राजकीय विद्यालयों में उर्दू साहित्य के ऐच्छिक विषय की शुरुआत, माध्यमिक शिक्षा के लिए 107.71 करोड़ रुपए की अतिरिक्त धनराशि की मंजूरी, और 4 निजी महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय में परिवर्तित करने की अनुमति।
डीग में उर्दू साहित्य की शुरुआत
राजस्थान के डीग जिले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विद्यालयों में उर्दू साहित्य के ऐच्छिक विषय की शुरुआत की मंजूरी दी है। इसके तहत, प्रत्येक विद्यालय में एक-एक उर्दू साहित्य विषय के लिए स्कूल व्याख्याता की नौकरियां सृजित की जाएगी।
107.71 करोड़ रुपए की अतिरिक्त स्वीकृति
मुख्यमंत्री गहलोत ने माध्यमिक शिक्षा के लिए 107.71 करोड़ रुपए की अतिरिक्त धनराशि की मंजूरी दी है, जो समग्र शिक्षा अभियान के तहत आएगी। इसके अलावा, राज्य सरकार ने 4 निजी महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय में परिवर्तित करने की अनुमति भी दी है।
निजी महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय में परिवर्तन
मुख्यमंत्री गहलोत ने राजस्थान के 4 निजी महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय में परिवर्तित करने की मंजूरी दी है। इन महाविद्यालयों में शामिल हैं: हनुमानगढ़ जिले के मीरा कन्या महाविद्यालय, संगरिया और ग्रामीण कन्या महाविद्यालय, भादरा; श्रीगंगानगर जिले के शहीद भगत सिंह महाविद्यालय, रायसिंहनगर; और ज्ञान ज्योति महाविद्यालय, श्रीकरणपुर।
गहलोत ने उन चारों महाविद्यालयों में कार्यरत और योग्य कर्मचारियों को राजस्थान कॉलेज एजुकेशन सोसायटी के नियमों के तहत राजकीय सेवा में शामिल किये जाने की सहमति दी है। इन निर्णयों के साथ, गहलोत सरकार ने 2023-24 के बजट की क्रियान्विति में इन सभी नई पहलों को मंजूरी दी है।
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