बिहार में ‘चिराग’ तले सियासत का ‘खेल’ सब देख रहे हैं। कई दिनों से चर्चा थी कि चिराग पासवान एनडीए (NDA) का दामन छोड़ इंडी गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, बुधवार को सभी तरह की सियासी अटकलबाजी पर विराम लग गया। चिराग ने यह तो साफ कर दिया कि वो एनडीए के साथ हैं, लेकिन पशुपति पारस पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।
दरअसल, बिहार की सियासत में दोनों चाचा-भतीजा (पशुपति पारस और चिराग पासवान) काफी फेमस हैं। चिराग पासवान की अपने चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) से बिल्कुल नहीं बनती है। दोनों ही रामविलास पासवान की सियासी विरासत पर अपना दावा ठोकते हैं। वहीं, आज जब चिराग पासवान से पशुपति पारस को लेकर सवाल पूछा गया तो उनका जवाब फिर से सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोरने लगा।
चिराग पासवान ने साफ कहा कि पशुपति पारस गठबंधन में हैं या नहीं उनको नहीं पता है और उनको इस बात से फर्क भी नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि मेरे पास किसी के कोटे की सीटें भी नहीं हैं। मैंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से बात की है और मैं संतुष्ट हूं