इस्राइल के हमलों के खिलाफ ईरान और सऊदी अरब ने हाथ मिला लिया है. ईरान के राष्ट्रपति और सऊदी क्राउन प्रिंस ने टेलीफोन पर बात की है. इस्राइल के वॉर क्राइम से फिलिस्तीनियों को बचाने के लिए मिलकर काम करने का निर्णय लिया है.
सऊदी अरब और ईरान के संबंध ठीक होने के बाद पहली बार दोनों नेताओं ने बात की है. ईरानी मीडिया ने बताया कि रायसी और सऊदी क्राउन प्रिंस ने “फिलिस्तीन के खिलाफ युद्ध अपराधों को समाप्त करने की जरूरतों पर चर्चा की.” सऊदी मीडिया ने भी इस ऐतिहासिक फोन कॉल को कवर किया है.
सऊदी अरब और ईरान की सात साल की दुश्मनी के बाद चीन की मध्यस्थता से साथ आए हैं. ईरान और सऊदी की दुश्मनी से खाड़ी में स्थिरता और असुरक्षा पैदा हो गई थी.
सऊदी और ईरान का साथ आना अमेरिका के लिए बड़ी सिरदर्दी साबित हो सकती है. अगर दो दुश्मन मुल्क आपस में साथ आकर फिलिस्तीन की मदद करते हैं तो यह जंग को एक नया मोड़ दे सकता है.
ईरान-सऊदी के साथ आने से मिडिल ईस्ट में दूसरे युद्ध का खतरा मंडरा रहा है.
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