संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन में तुरंत ही कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने आपत्तिजनक तरीके से बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने लम्बे भाषण में सिर्फ 2 मिनट मणिपुर के बारे में बात की, जबकि मणिपुर में हालात बेहद गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि ”मणिपुर महिनों से जल रहा है, लोगों की हत्या हो रही है, बलात्कार किया जा रहा है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी व्यक्तिगत चुटकुलों में व्यस्त दिख रहे हैं। उन्होंने इस तरह के व्यवहार से प्रधानमंत्री की शोभा को हनिकारक बताया।
On Manipur violence, Congress MP Rahul Gandhi says, "Indian Army can stop this drama in 2 days but PM wants to burn Manipur and does not want to extinguish the fire." pic.twitter.com/IkAAG1b1M0
— ANI (@ANI) August 11, 2023
राहुल गांधी ने मणिपुर मुद्दे को उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को कम से कम मणिपुर जाकर समस्याओं का समाधान ढूंढना चाहिए था। उन्होंने कहा कि जब हालात इतने खतरनाक हो रहे हैं और लोग मर रहे हैं, तो उन्हें प्रधानमंत्री के तौर पर उपयोगी होना चाहिए था। वे यह सवाल उठाते हैं कि क्या प्रधानमंत्री मोदी की प्राथमिकता अब भी व्यक्तिगत हंसी और मनोरंजन से जुड़ी हुई है, या वे वास्तविक समस्याओं का समाधान करने के लिए उपयोगी हो रहे हैं।
राहुल गांधी ने मणिपुर की स्थिति को गंभीरता से देखते हुए कहा कि उन्होंने अपने लगभग 20 साल के सियासी अनुभव में कभी ऐसा मनजर नहीं देखा, जैसा मणिपुर में हो रहा है। उन्होंने इसे एक बड़े राज्य के द्वितीय राज्य की तरह नहीं, बल्कि दो अलग-अलग राज्यों की तरह दिखाया। उन्होंने यह समस्या केवल मणिपुर की नहीं, बल्कि पूरे देश की समस्या बताई है और देश के प्रधानमंत्री के लिए यह समस्याएं हल करने का मौका है।
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