“कांग्रेस ने अडाणी मेगास्कैम के खिलाफ एफपीआई के लिए सेबी के फैसले पर उठाए आरोप”

सेबी के फैसले पर उठाए आरोप
"कांग्रेस ने अडाणी मेगास्कैम के खिलाफ सेबी के फैसले पर उठाए आरोप"

;. पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के लिए अपराध की स्पष्ट स्वीकारोक्ति का सेबी का फैसला उच्चतम न्यायालय की विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के मद्देनजर बाजार नियामक द्वारा ‘अपराध की स्पष्ट स्वीकारोक्ति’ की ओर इंगित किया गया है। इसके अलावा, उन्होंने सेबी की रिपोर्ट की प्रतीक्षा करने की भी घोषणा की है, जिसमें अडाणी समूह की कंपनियों में निवेश किए गए विदेशी फंड के संबंध में महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए जाएंगे।

रमेश ने बताया है कि उच्चतम न्यायालय की विशेषज्ञ समिति ने अडाणी ‘मेगास्कैम’ के प्रति सेबी के दृष्टिकोण के संबंध में नरम लेकिन निंदनीय भाषा का इस्तेमाल किया है। इसमें दावा किया गया है कि सेबी द्वारा किसी भी तरह की नियामकीय विफलता नहीं दिखाई गई है, लेकिन नियमों के पुनर्लेखन सहित कई प्रमुख नियामकीय विफलताओं का जिक्र किया गया है, जिसने अपारदर्शी विदेशी निधियों को भारी मात्रा में अडाणी की कंपनियों में निवेश करने की अनुमति दी।

जयराम रमेश ने यह भी कहा कि सेबी ने माना है कि उसे ‘न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता की आवश्यकता जैसे नियमों की अनदेखी’ को रोकने और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है, और इसी बात का आरोप अडाणी समूह के खिलाफ लगाया गया है।

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