-कशिश राजपूत
COVID-19 VACCINE: ब्राजील, मोरक्को, सऊदी अरब, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों ने भारत से वैक्सीन की आधिकारिक तौर पर मांग की है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन के वितरण में भारत सरकार बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देगी।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।
अब देश में 16 जनवरी से कोरोना के खिलाफ होगा टीकाकरण शुरू ।
वैक्सीन के DCGI के अप्रूवल के बाद डॉ हर्षवर्धन का कहना था की वैक्सीन सभी को मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी, परंतु बाद में उन्होंने कहा की वैक्सीन सिर्फ 3 करोड़ लोगों को ही मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमे कोरोना वररियर्स, डॉक्टर्स, नर्सेज आदि शामिल होंगे।
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वैक्सीन को लेकर CM अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर तंज कसा और केंद्र से वैक्सीन मुफ्त में उपलब्ध कराने को कहा, वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने वैक्सीन मुफ्त में उपलब्ध करने की बात कही है।
ऐसे में कोरोना वैक्सीन को लेकर कई देश भारत का रुख कर रहे हैं। भारत वैक्सीन के उत्पादन और आपूर्ति के लिए पूरी तरह तैयार है | ब्राजील, मोरक्को, सऊदी अरब, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों ने भारत से वैक्सीन की आधिकारिक तौर पर मांग की है।
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