DATA THEFT: तेलंगाना पुलिस ने डेटा चोरी मामले का किया पर्दाफाश

साइबर ठगी
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DATA THEFT, 02 अप्रैल (वार्ता)- तेलंगाना में हैदराबाद की साइबराबाद पुलिस ने देश के एक और सबसे बड़े डेटा चोरी मामले का पर्दाफाश कर इस मामले में हरियाणा से विनय भारद्वाज को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आठ दिन पहले साइबराबाद पुलिस ने नोएडा में 16 करोड़ की चोरी का भंडाफोड़ किया था।
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 16.8 करोड़ नागरिकों की गोपनीय डेटा चोरी के मामले साइबराबाद पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर हवाला कारोबार की जांच शुरू की। ताजा मामले में 24 राज्यों और मेट्रो शहरों में व्यक्तियों और संगठनों के 66.9 करोड़ गोपनीय डेटा की व्यक्तिगत और गोपनीय जानकारी क्लाउड पर बिक्री के लिए चोरी हो गई थी। इस बार गिरोह फरीदाबाद हरियाणा से संचालित हो रहा था।

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उन्होंने बताया कि आरोपी विनय भारद्वाज ने फरीदाबाद, हरियाणा में एक कार्यालय स्थापित किया और आमेर सोहेल और मदन गोपाल से डेटाबेस एकत्र किया। वह मुनाफे के लिए जालसाजों को डेटा फिर से बेचने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रचार करता था। आरोपी के पास बायजूस और वेदांतु संगठनों के छात्रों का डेटा था। इसके अलावा, उनके पास आठ मेट्रो शहरों के 1.84 लाख कैब उपयोगकर्ताओं का डेटा और छह शहरों और गुजरात के 4.5 लाख वेतनभोगी कर्मचारियों का डेटा था।
इसके अलावा, आरोपी के पास जीएसटी (पैन इंडिया), आरटीओ (पैन इंडिया), अमेजन, यूट्यूब, नेटफ्लिक्स, पेटीएम फोनपे, बिग बास्केट, बुकमाइशो, इंस्टाग्राम, जोमैटो, पॉलिसी बाजार और अपस्टॉक्स जैसे प्रमुख संगठनों के उपभोक्ता / ग्राहक डेटा हैं। साइबराबाद के पुलिस आयुक्त एम स्टीफन रवींद्र के अनुसार, अभियुक्तों के पास मौजूद कुछ महत्वपूर्ण डेटा में रक्षा कर्मियों का डेटा शामिल है। इसके साथ ही सरकारी कर्मचारी, पैन कार्ड धारक, 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों का डेटा, वरिष्ठ नागरिकों, दिल्ली बिजली उपभोक्ता, डी-मैट खाताधारक, विभिन्न व्यक्तियों के मोबाइल नंबर, एनईईटी छात्र, अच्छी निवल संपत्ति वाले शख़्स, बीमा धारक; क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड धारक आदि शामिल हैं।