सक्षम कुमार के चचेरे भाई मुकुल पारुथी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम के एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रहे थे। उनके लिए अगले महीने प्रमोशन का इंतजार था। सक्षम की लापरवाही के कारण एक हादसे में उनकी मौत हो गई। इस दुखद घटना के बाद, उनके परिवार का हाल बेहद दुखद है। परिवार में पिता मुकेश कुमार, मां किरण और छोटी बहन है। पिता मुकेश कुमार की बदली में एक ब्रेड की फैक्ट्री है। परिवार का मूल निवास हिसार में है, लेकिन वे दिल्ली में काफी सालों से रह रहे हैं। सक्षम पढ़ाई में शुरू से ही इंटेलीजेंट थे और घर में रहते समय नई नई रेसिपी बनाने का शौक था। उन्हें किचन में मां की मदद करने में खूब आनंद आता था।
सक्षम की यादें उनके परिवार के लिए अमर रहेंगी और उनके दोस्तों, सहयोगियों और सारे जीवन में उन्हें जानने वाले लोगों के दिलों में भी वे दिलों को छू जाएंगे। उनके निधन से उनके परिवार और प्रियजनों को गहरा शोक है, और उन्हें इस कठिन समय में साहस और सहानुभूति की जरूरत है।
परिजनों को किया गया गुमराह
मुकुल ने यह जानकारी दी कि सक्षम 24 साल के थे जब उनकी मौत हुई। उनके परिवार को उनकी मौत के बारे में गुमराह कर दिया गया था। जिम संचालक के तहत बताया गया है कि सक्षम के हृदय में फेलियर हुआ था। पहले तो परिवार भी इस बात पर विश्वास कर बैठा था। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जलने की जानकारी सामने आई, तो पता चला कि उन्हें करंट लगा है। सक्षम के निधन के बाद परिवार जिम पहुंचा और उसने इसकी जांच की। पुलिस ने पहले से ही उनकी मौत की पूरी छानबीन कर ली थी। जिम में सीसीटीवी कैमरे की जाँच करते समय उनके शरीर पर करंट लगते हुए दिखे। सक्षम को करंट लगते ही जिम में मौजूद दूसरे लोग उन्हें संभालने पहुंचे, लेकिन उन्हें भी करंट लगा।
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