हिमाचल प्रदेश में हाल के दिनों में बढ़ती नदियों के कारण कई इलाकों में लोग फंसे हुए हैं। इसी बीच राज्य सरकार ने डीजल पर वैट बढ़ा दी है। इससे लोगों के लिए अब डीजल खरीदना पहले से भारी पड़ेगा। हालांकि राज्य सरकार दावा करती है कि डीजल की कीमत राज्य में अन्य कई राज्यों के मुकाबले काफी कम है।
डीजल पर वैट 9.90 प्रतिशत से 13.9 प्रतिशत तक बढा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने डीजल पर वैट में प्रति लीटर 3 रुपये की वृद्धि की है। अब डीजल पर कुल वैट की वसूली 10.40 रुपये प्रति लीटर हो गई है। पहले डीजल पर वैट की दर 9.90 प्रतिशत थी जो अब 13.9 प्रतिशत होगी। राज्य के आबकारी और कर विभाग ने इस संबंध में आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी सरकार ने डीजल पर वैट कम करके 7 प्रतिशत कर दिया था। ऐसे में राज्य सरकार के लिए इसे बढ़ाना लाजिमी हो गया था। वे कहते हैं कि राज्य में डीजल की कीमत उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों के मुकाबले कम है।
भारी बारिश के कारण राज्य को कई नुकसान हुआ है और संसाधनों की कमी को पूरा करने, सड़क, पानी और बिजली की आपूर्ति को फिर से सुचारू करने के लिए सरकार को अधिक फंड की आवश्यकता है। वे कहते हैं कि सरकार ने इन सभी व्यवस्थाओं को अस्थायी तौर पर दोबारा शुरू कर दिया है, लेकिन बारिश से हुए नुकसान का स्थायी समाधान करने में समय लग सकता है। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष के नेता जय राम ठाकुर का कहना है कि सरकार ने डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है जब लोग पहले से ही भारी बारिश और बाढ़ का सामना कर रहे हैं।
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