महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार पर चर्चा, एनसीपी विधायकों को जिला संरक्षक मंत्री बनाया जाएगा

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महाराष्ट्र में एक बार फिर सरकार की कैबिनेट में विस्तार की चर्चा तेजी से जारी है। एनसीपी (NCP) सांसद और प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने रविवार को यह घोषणा की है कि विधायकों को गणेशोत्सव से पहले जिला संरक्षक मंत्री के पदों पर आवंटित किया जाएगा। इस बार कैबिनेट में विस्तार का निर्णय सीएम एकनाथ शिंदे, अजित पवार, और देवेंद्र फडणवीस के माध्यम से लिया जाएगा। तटकरे ने इस पर न कोई विवाद बनने की सूचना दी है।

आदर्श राज्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:

सुनील तटकरे ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए और कहा, “राज्य में साझा शासन आदर्श राज्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। हम इसके लिए बड़ी संख्या में विधायकों को जिला संरक्षक मंत्री के रूप में आवंटित करेंगे।”

अजित पवार के बारे में:

रिपोर्ट्स के अनुसार, महाराष्ट्र के विधायकों के बीच एक मान्यता है कि अजित पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं। लेकिन सुनील तटकरे ने इस पर स्पष्टीकरता दी और कहा, “हम अपने सपनों को यथार्थवाद में देखते हैं, और हम जल्दबाजी में नहीं हैं। हम राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ेंगे।”

सुप्रीम कोर्ट का निर्णय:

सुनील तटकरे ने भी यह आश्वासन दिया कि अजित गुट को भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) जैसे शिवसेना के मामले में मान्यता मिलेगी। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दिया गया निर्णय इसे स्पष्ट करता है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र निकाय है और पार्टी के संविधान, संगठन, और ताकत के आधार पर अपने निर्णय को लेगा।

अजित पवार का बड़ा दावा:

अजित पवार ने इस संबंध में भी बड़ा दावा किया है कि सभी एनसीपी विधायकों ने शरद पवार से सरकार में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था, जब विधायक सभी सत्र में हीरोइन और अन्य धमाकेदार मुद्दों पर विचार कर रहे थे। इसके बाद, महाविकास आघाड़ी सरकार महाराष्ट्र में गिर गई थी, और एमवीए सरकार की जगह बीजेपी समर्थन से शिंदे की सरकार बनी थी।

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