– कशिश राजपूत
किसानों के प्रदर्शन से जुड़े ‘टूलकिट’ मामले (Toolkit Case) में दिल्ली पुलिस ने नया खुलासा किया है | क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि (Disha Ravi) की गिरफ्तारी और वकील निकिता जैकब के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) नए तथ्यों को सामने ला रही है |
पुलिस ने बताया कि खालिस्तान समर्थन ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन’ के फाउंडर एमओ धालीवाल ने अपने कनाडा में रह रहे सहयोगी पुनीत के जरिए निकिता जैकब से संपर्क किया था | इसमें गणतंत्र दिवस से पहले ट्विटर स्टॉर्म को लेकर बातचीत की गई थी |
दिल्ली पुलिस के अनुसार 11 जनवरी को जूम मीटिंग की गई थी | इस मीटिंग में निकिता, शांतनु और दिशा रवि शामिल थे | इस मीटिंग में एमओ धालीवाल भी शामिल हुए थे इस मीटिंग में ये तय किया गया कि 26 जनवरी से पहले ट्विटर स्टॉर्म पैदा किया जाएगा | पुलिस के अनुसार लगभग 60 से 70 लोग जूम मीटिंग में शामिल हुए |
दिशा रवि (21) को 5 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजे जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने अब निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है | क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की एक टीम ने टूलकिट बनाने के मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया था | रवि ‘टूलकिट’ का एडिटिंग करने वालों में से एक थी |