राजस्थान के कोटा शहर में छात्रों की आत्महत्या के मामले को देखते हुए शहर के जिला प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। रविवार को दो छात्रों की समूहिक आत्महत्या के बाद जिला प्रशासन ने कोटा के सभी कोचिंग सेंटरों में होने वाली परीक्षाओं और टेस्ट को दो महीने के लिए रोक दी गई है। इसका उद्देश्य छात्रों की मानसिक सहायता और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
कोटा जिला कलेक्टर ने इस निर्णय को एक पत्रिका में जारी किया है, जिसमें छात्रों के लिए मानसिक सहायता और सुरक्षा की प्राथमिकता को बढ़ावा दिया गया है। इससे उन छात्रों को सहायता मिलेगी जिन्हें तैयारी के दौरान मानसिक तनाव या दिक्कतें हो सकती हैं।
Rajasthan | Tests/Examinations at coaching centres in Kota stayed for two months in continuation of "providing mental support and security" pic.twitter.com/RjykseWxiJ
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 28, 2023
छात्रों की आत्महत्याओं की चिंता
कोटा में छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं के बाद, शहर के प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। यह नया निर्णय छात्रों के विकास और सुरक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक है। कोचिंग सेंटरों में होने वाली परीक्षाओं और टेस्ट की दो महीने की रोक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे छात्रों को आत्महत्या के आसार नहीं मिलेंगे।
सुसाइड केसों के पीछे के कारणों की जांच
छात्रों की आत्महत्या के कारणों की जांच भी शहर के प्रशासन द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही छात्रों को मानसिक सहायता की आवश्यकता होने पर भी विचार किया जा रहा है। यह निर्णय शिक्षा संस्थानों और कोचिंग सेंटरों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा और छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य की सुरक्षा करेगा।
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