दिल्ली में धूल रोको अभियान आज से शुरू हो रहा है, जो कि पूरे एक महीने, यानी 7 नवंबर तक चलेगा। प्रदूषण को कम करने के लिए, दिल्ली की सरकार कठिन कदम उठा रही है। सर्दियों में प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए, सरकार ने प्रारंभ में ही कदम उठाया है। दिल्ली सरकार ने 7 अक्टूबर से राष्ट्रीय राजधानी में धूल प्रदूषण को रोकने के अभियान की शुरुआत की है, जो पूरे एक महीने तक चलेगा।
In view of increasing pollution in winter, the Delhi government is starting an anti-dust campaign under the Winter Action Plan. The campaign will run from 7th October to 7th November. Environment Minister Gopal Rai will conduct a surprise inspection of hot spots in the Wazirpur…
— ANI (@ANI) October 7, 2023
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खतरों को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के फेज 1 को लागू कर दिया है। इसका मतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अधिकारियों को अब सख्ती से कई प्रतिबंधी कदम उठाने के लिए कहा गया है, जैसे कि सड़क किनारे होटलों, भोजनालयों और रेडियों में इस्तेमाल होने वाले कोयलों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने इसकी घोषणा की है क्योंकि दिल्ली का एक्यूएआई (Air Quality Index) 212 पहुंच गया है और वायु गुणवत्ता की गिरावट को रोकने के लिए GRAP फेज 1 को तत्काल लागू करना आवश्यक है।
इन चिजों में रहेगी छूट
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के फेज 1 के लागू होने पर कई उपायों को छूट मिलेगी। इससे एस्केलेटर, चिकित्सीय सेवाएँ, नर्सिंग होम, रेलवे सेवाएँ, ट्रेन, स्टेशन, मेट्रो, हवाई सेवाएँ, अंतरराज्यीय बस सेवाएँ, गंदा पानी साफ करने वाले यंत्र, जल पंपिंग स्टेशन, वाणिज्य इमारतों के लिफ्ट, राष्ट्रीय परियोजनाओं के कार्य, दूरसंचार, और अन्य कार्यों पर प्रतिबंध नहीं लगेगा। यह एक महत्वपूर्ण पहल है प्रदूषण को कम करने के लिए और लोगों की स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए। इसमें चार चरण होते हैं, और पहले चरण में डीजल से चलने वाले जनरेटरों पर पाबंदियां लगाई जाती हैं। इसके अलावा, पर्यटन मंत्रालय ने डीजल जनरेटरों को संचालित करने की अनुमति दी है, लेकिन एक बार के अपवाद के रूप में।
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