अफ्रीका के मोरक्को के उत्तरी हिस्से में हुआ 6.8 मैग्निट्यूड का भूकंप ने सुबह-सुबह तबाही मचा दी है। इस ताजा सूचना के अनुसार, इस भूकंप के बाद कई इमारतें गिर गईं हैं और अब तक 296 से ज्यादा लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी है। यह भूकंप बीती रात को आया था और इसकी तीव्रता ने लोगों को डराया। इस प्राकृतिक आपदा को लेकर देश के संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने कहा कि यह बीते 120 से अधिक सालों में उत्तरी अफ्रीकी राष्ट्र के इस हिस्से में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है।
मोरक्को में भूकंप से अब तक इतने लोगों की मौत हुई
मोरक्को में हुए हाहाकार के साथ एक भयंकर भूकंप का सामना किया गया है। मोरक्को में यूरेशियाई और अफ्रीकी प्लेटों के मिलनसर मौजूदगी के कारण, भूकंप के झटके यहां अक्सर महसूस होते हैं। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, 1900 के बाद से इस इलाके में 500 किमी क्षेत्र के अंदर कोई भी एम6 लेवल या उससे अधिक भूकंप नहीं आया है। यहां अब तक केवल M-5 लेवल के 9 भूकंप दर्ज किए गए हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे से पहले, सौ सालों के इतिहास में, यह इस क्षेत्र में सबसे तेज और शक्तिशाली भूकंप है। मोरक्को के पूर्वोत्तरी हिस्से में साल 2004 में अल होसेइमा में एक तेज भूकंप के झटके आए थे, जिसमें 628 लोगों की मौत हुई थी और करीब 1000 लोग घायल हुए थे।
350 किमी दूर राजधानी में भूकंप की हलचल महसूस
भूकंप इतना भंयकर था कि 350 किलोमीटर दूर राजधानी में भी भूकंप की हलचल महसूस हुई. जानकारी के अनुसार भूकंप के कारण कई पुरानी इमारतें ढह गईं. शहर में एंबुलेस और आपात सेवाएं कम पड़ रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि लोग डरे हुए है और दूसरे भूकंप की सभावना के कारण घरों से बाहर निकल आए हैं.
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