
— डिप्टी जिला चुनाव अधिकारियों, सीएपीएफ कर्मियों और सेक्टर अधिकारियों के लिए भी बढ़ाया गया मान भत्ता
चंडीगढ़, 10 अगस्त
पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि चुनाव संचालन में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और विभिन्न विभागों के स्थानीय अधिकारियों की अहम भूमिका होती है। ये अधिकारी और कर्मचारी चुनावों के दौरान विभिन्न गतिविधियों में शामिल रहते हैं। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान ज़मीन स्तर पर तैनात पूरी मशीनरी कठिन और संवेदनशील ड्यूटियाँ निभाती है, जो कई बार लंबे समय तक चलती हैं और कई महीनों तक भी जारी रह सकती हैं। चुनाव अमला यह सुनिश्चित करता है कि मतदान का माहौल शांतिपूर्ण और अनुकूल बना रहे, ताकि मतदाता स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें और अपनी पसंद की सरकार चुन सकें।
उन्होंने आगे बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को उचित भुगतान मिल सके, भारत निर्वाचन आयोग ने उनके लिए भुगतान/मान भत्तों की दरों में संशोधन करने का निर्णय लिया है। इस तरह का पिछला बड़ा संशोधन वर्ष 2014 से 2016 के बीच किया गया था।
उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा प्रिज़ाइडिंग अफसरों, पोलिंग अफसरों, मतगणना कर्मियों, माइक्रो ऑब्ज़र्वरों और अन्य अधिकारियों के मेहनताना में वृद्धि की गई है। इसके अतिरिक्त, डिप्टी जिला चुनाव अधिकारियों, सीएपीएफ कर्मियों और सेक्टर अधिकारियों के लिए भी मान भत्ता बढ़ाया गया है। मतदान/गणना ड्यूटी के लिए भोजन/रिफ्रेशमेंट की दरों में भी चुनाव आयोग द्वारा वृद्धि की गई है।