शासन-प्रशासन में पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता: कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी

जनसुनवाई में 16 मामलों में से 9 का हुआ मौके पर समाधान, शेष 7 मामलों की जांच के आदेश

चंडीगढ़, 11 जुलाई –– हरियाणा की महिला एवं बाल विकास तथा सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि शासन और प्रशासन की कार्यप्रणाली में किसी भी प्रकार का अनुचित हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। जनता को उनके न्यायसंगत हक के लिए संघर्ष न करना पड़े, इसके लिए व्यवस्था को इतना प्रभावी और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए कि समस्याओं का समाधान समयबद्ध और निष्पक्ष ढंग से हो।

कैबिनेट मंत्री वीरवार को फतेहाबाद में आयोजित जिला लोक संपर्क एवं जनपरिवाद समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार आमजन की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लें और समाधान में पारदर्शिता सुनिश्चित करें।

इस बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 16 जनपरिवाद प्रस्तुत किए गए, जिनमें से 9 मामलों का मौके पर ही समाधान कर दिया गया जबकि शेष 7 मामलों में विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन मामलों की जांच लंबित है, उन्हें समयबद्ध रूप से निपटाया जाए और शिकायतकर्ता को उचित जानकारी उपलब्ध करवाई जाए। बैठक के दौरान मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे जनता से सीधे संवाद बनाए रखें और क्षेत्र में नियमित रूप से दौरा कर जनता की समस्याओं से रूबरू हों। उन्होंने यह भी कहा कि जो अधिकारी जनसमस्याओं की अनदेखी करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जन समस्याओं की सुनवाई के दौरान भारत नगर में जमीन पर अधिकार को लेकर विवाद, फतेहाबाद के भरपुर गांव में विकलांगता पेंशन में फर्जीवाड़ा, किरढ़ान गांव में स्कॉर्पियों वाहन की एनओसी में गड़बड़ी, टोहाना नगर परिषद में एमबी रिकॉर्ड के गुम होने, मॉडल टाउन फतेहाबाद में हत्या के एक मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी लंबित रहने तथा काजलहेड़ी गांव में वर्षों से बाधित पीने के पानी की आपूर्ति जैसे मामलों को कैबिनेट मंत्री ने गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित, निष्पक्ष व प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए।

इस अवसर पर उपायुक्त मनदीप कौर, एसपी सिद्धांत जैन, एडीसी अनुराग ढालिया सहित कष्ट निवारण समिति के सदस्य व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।