मध्य प्रदेश के कई जिलों में टमाटर के भाव में गिरावट के चलते किसानों को नुकसान हो रहा है। जुलाई और अगस्त महीनों में टमाटर के दाम बढ़े थे, लेकिन सितंबर के आने के साथ ही इनका भाव गिरने लगा है।
मध्य प्रदेश में टमाटर के मूल्य 10 से 20 रुपए किलो के बीच आ गए हैं, जबकि मंडी में टमाटर के दाम केवल 2 रुपए किलो तक ही मिल रहे हैं, जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
इस गिरावट की मुख्य वजह सितंबर में अच्छी बारिश की वजह से मंडी में टमाटर की आवक बढ़ गई है। खेती में टमाटर की बारिश के कारण प्राकृतिक विपदाओं का सामना कर रहे किसान मायूस हैं।
शिवपुरी के स्थानीय किसान हर्षवर्धन मजेजी ने बताया कि दो महीने पहले शिवपुरी में 15 हजार हेक्टर क्षेत्र में टमाटर की फसल लगाई गई थी, और इसकी आवक अब शुरु हो गई है, जिससे टमाटर के दाम गिर रहे हैं।
किसानों का कहना है कि इससे पहले खेतों में टमाटर की बारिश की वजह से कीमतें 200 से 300 रुपए किलो तक बढ़ गई थी, लेकिन अब उन्हें सिर्फ 2 रुपए किलो तक ही मिल रहे हैं।
कुछ किसानों ने अपनी टमाटर की फसल को मंडी में फेंक दिया है और अपने नुकसान का बोझ उठाने का बिल्कुल मौखिक रूप से प्रकट किया है। वहीं, आम लोग टमाटर के सस्ते होने से खुश हैं, लेकिन किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई है।
इस गिरावट के साथ ही माहाराष्ट्र से भी टमाटर की सप्लाई बढ़ गई है, जिसके कारण दिल्ली और अन्य जगहों में भी टमाटर के भाव कम हो रहे हैं।
ये भी पढ़ें महिला आरक्षण बिल पास होने से महिलाओं को क्या होगा फायदा, जानें क्या-क्या आएंगे बदलाव