देश की राजधानी दिल्ली में कोहरे के चलते रविवार को तकरीब दो सौ से ज्यादा उड़ाने प्रभावित हो गईं। इनमें से दोपहर दो बजे तक तकरीबन तीन दर्जन से ज्यादा उड़ानों को दिल्ली के आसपास के हवाई अड्डों पर डायवर्ट किया गया, जबकि देर शाम से लेकर रात तक की उड़ानों की टाइमिंग भी कोहरे के चलते हुई अव्यवस्था से दो से नौ घंटों तक आगे बढ़ा दी गई। कोहरे के चलते फ्लाइट के साथ-साथ ट्रेनों पर भी जबरदस्त असर पड़ रहा है।
दरअसल, कैट थ्री की सुविधा के बाद भी जीरो विजिबिलिटी में देश की प्रमुख एयरलाइंस के पायलट जहाज उतरने और उड़ाने में प्रशिक्षित ही नहीं है। यही वजह है कि एयरपोर्ट पर कोहरे में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गई है। वहीं देश के अलग-अलग उत्तरी भारत के हिस्सों से चलने वाली ट्रेनें दस से बारह घंटे की देरी से चल रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक सप्ताह तक उत्तर भारत के कई इलाकों में इसी तरीके से घना कोहरा पड़ता रहेगा।
दिल्ली एयरपोर्ट पर रविवार को एक बार फिर से कोहरे के चलते उड़ानों पर जबरदस्त असर पड़ा। जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह एयरपोर्ट पर जीरो विजिबिलिटी के चलते तकरीब तीन दर्जन उड़ानों को डाइवर्ट करना पड़ा। अनुमान यही था कि दोपहर दस बजे तक मौसम खुलेगा तो कुछ उड़ानों को दिल्ली लैंड कराया जाएगा।
जैसे ही मौसम में दृश्यता बढ़ी तो आने वाली उड़ानों की लाइन इतनी लंबी हो गई कि उतरने वाले जहाज एक के बाद एक देरी से उतरते रहे। घने कोहरे और जीरो विजिबिलिटी के चलते हालात ऐसे हुए की दोपहर दो बजे तक तकरीबन दो सौ से ज्यादा उड़ानों में देरी हो गई। इसके चलते हजारों लोगों को अपनी फ्लाइट कैंसिल करानी पड़ी।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से देश के अलग-अलग हिस्सों में उड़ान भरने वाली तकरीबन सभी प्रमुख फ्लाइट प्रभावित हुई हैं। इसमें दिल्ली से लखनऊ, भोपाल, पटना, बंगलुरू, कोच्चि, चंडीगढ़ और कश्मीर जाने वाली फ्लाइट को सुबह सात बजे तक वक्त पर नहीं उड़ाया जा सका। इसके बाद दिन मे ग्यारह बजे तक 39 उड़नें प्रभावित हो गईं। इन उड़ानों में वह उड़ाने शामिल थीं जिनको पहले से ही दिल्ली में लैंड कराने की तैयारी चल रही थी।