जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने ”मैंने बार-बार कहा कि हम भूखे नंगे नहीं हैं कि हम इनके (केंद्र सरकार और चुनाव आयोग) सामने भीख मांगें कि इलेक्शन कराओ. चुनाव हमारा हक है. इनको (केंद्र सरकार) जम्मू कश्मीर के लोगों का हक छीनकर तसल्ली मिलती है तो करें.”
अब्दुल्ला ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर में जी-20 बैठक यहां के हालात को छिपाने के लिए की जा रही है, लेकिन स्थानीय लोग सच जानते हैं. उन्होंने दावा किया कि हमें जहां जाने के लिए पहले पांच मिनट लगते तो अब वहां जाने के लिए 40 मिनट लग रहे हैं.
चुनाव आयोग पर खड़े किएव सवाल
चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि नाव आयोग को लोगों को बताना चाहिए है कि वो इलेक्शन क्यों नहीं करा पा रहा? क्या चुनाव आयोग पर दवाब है? अब्दुल्ला ने आगे कहा कि इलेक्शन कमीशन से सवाल किया जाना चाहिए है कि वो चुनाव कब करा रही है? एक रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी रविवार (4 मई) को कहा था कि हमें इलेक्शन की जरूरत है क्योंकि कुछ अफसर और एलजी यहां के पूरा प्रशासन नहीं देख सकते. लोकतंत्र चुनी हुई सरकार में ही संभव है.
ये भी पढे़ं : राष्ट्रपति मुर्मू को मिला ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द यलो स्टार’ सम्मान, पीएम ने दी बधाई
ये भी पढे़ं : बालासोर ट्रेन हादसे की रेलवे ने लिंक जारी की, मृतकों और घायलों की तस्वीर शेयर की