केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसमें उन्होंने बताया कि अहमदाबाद और साणंद के बीच हाई स्पीड ट्रेन अगले छह महीने में चलने लगेगी। इससे अहमदाबाद से साणंद के बीच विश्वस्तरीय रेल सेवा की शुरुआत होगी, जिससे यात्रीगण को बेहद सुविधाएं मिलेंगी।
टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ समझौता
इस अवसर पर, सेमीकंडक्टर कंपनी माइक्रॉन के संयंत्र की आधारशिला रखने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें वैष्णव ने सेमीकंडक्टरों के बड़े संख्या में रोजगार के अवसरों के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि सेमीकंडक्टरों की मांग अगले कुछ सालों में बढ़कर पांच लाख करोड़ रुपये तक हो सकती है, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 24 सितंबर को जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे.
माइक्रॉन ने बड़ी खबर के साथ सामरिक घोषणा की है, जब उन्होंने टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ समझौता किया है और भारत में सेमीकंडक्टर उत्पादन के क्षेत्र में नए असेंबली और परीक्षण संयंत्र के लिए निवेश की घोषणा की है। समझौते के अनुसार, इस परियोजना में कुल 2.75 अरब डॉलर (लगभग 22,540 करोड़ रुपये) का निवेश होगा, और यह भारत में सेमीकंडक्टर के उत्पादन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मिलकर कदम है।
गुजरात में भी एक और वंदे भारत की सौगात
गुजरात को एक और वंदे भारत ट्रेन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है, जिसे अहमदाबाद से जामनगर तक चलाया जाएगा। यह गुजरात की तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस होगी, और इसकी शुरुआत 24 सितंबर को होगी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन हफ्ते में छह दिन चलेगी और सुबह 5:30 बजे जामनगर से रवाना होगी, और राजकोट, वांकानेर, सुरेंद्रनगर, और वीरमगाम के बीच से गुजरेगी, आखिरकार सुबह 10:10 बजे साबरमती पहुंचेगी। इस ट्रेन के साथ, चार से साढ़े चार घंटे में अहमदाबाद पहुंचा जा सकेगा।
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