हरियाणा के पानीपत जिले के मेजर आशीष धोंचक ने जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आपातकालीन परिस्थितियों में पाकिस्तानी आंतिकों से लड़ते हुए अपनी जान गवाई है। मेजर आशीष हरियाणा के पानीपत जिले के निवासी थे और उनकी तीन बहनें थीं। वे अपने साले की शादी में छुट्टी लेने के लिए कुछ ही महीने पहले घर आए थे। उनकी पोस्टिंग दो साल पहले मेरठ से जम्मू कश्मीर की तरफ हुई थी। उनका परिवार भी कुछ ही साल पहले ही गांव से शहर में किराए के मकान में शिफ्ट हुआ था।
‘पत्नी हाउसवाइफ और छोटी बेटी दो साल की’- आशीष के चाचा
शहीद मेजर आशीष के चाचा ने बताया कि वह 13 अक्टूबर को अपने घर आने का प्लान बना रहे हैं और उनकी तीन बहनों के साथ गुजारी जिंदगी के बारे में बात की। आशीष ने बताया कि वे अपने नए मकान में गृह प्रवेश करने की योजना बना रहे थे, और उनकी पत्नी हाउसवाइफ हैं। उनकी छोटी बेटी की भी उम्र सिर्फ दो साल है।
सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में बुधवार को हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक कर्नल, मेजर और एक पुलिस उपाधीक्षक शहीद हो गए। मुठभेड़ का आरंभ हुआ जब पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम को कोकेरनाग में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली। टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और आतंकियों ने खुद को सुरक्षाबलों से घिरा देखा। फिर आतंकियों ने फायरिंग कर दी और सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ में छिपे हुए आतंकवादियों पर नजर रखने और उन्हें मार गिराने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा दल मौके पर पहुंचे और उन्हें ढेर किया।
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