हिज़्बुल्लाह की चेतावनी: अमेरिका के इज़राइल-हमास संघर्ष में हस्तक्षेप पर खतरा

हिज़्बुल्लाह
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हिज़्बुल्लाह ने कड़ी चेतावनी जारी की है कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका सीधे इज़राइल-हमास संघर्ष में हस्तक्षेप करता है, तो वह मध्य पूर्व में अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाएगा। इस चेतावनी के पीछे है आतंकवादी समूह की खबर, जिसके अनुसार अमेरिका ने इज़राइल के साथ हमास संघर्ष में युद्धपोतों की मदद के लिए फैसले की गई थी।

इस बयान के साथ, एक आतंकवादी समूह के प्रवक्ता ने भी कहा, “फिलिस्तीन यूक्रेन नहीं है।” और उन्होंने विशेष रूप से यह बताया कि अमेरिका के युद्धपोतों को उनके संघर्ष के भीतर निशाना बनाने का आलंब नहीं चुकाया जाएगा, और अगर ऐसा होता है, तो उनके जवाबी हमलों का सामना किया जाएगा।

यह खबर आत्मरक्षा के मामले में आए नई समस्याओं की ओर इशारा कर रही है जब इज़राइल और हमास के बीच हमलों का दूसरा दौर चल रहा है। अमेरिका ने इज़राइल के साथ हमास के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए एक बड़ा वैश्विक कूटनीतिक अभियान चलाया है।

इस संघर्ष के बीच, ईरान के समर्थन में लेबनानी आतंकवादी समूह हमास ने शनिवार को इज़राइल पर हमले शुरू किए थे, जिसमें 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इसके बदले में, इज़राइल ने गाजा में हवाई हमले किए, जिसमें 800 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इस समस्या के साथ, अमेरिका ने अपने युद्धपोतों के रोल की जाँच की है क्योंकि ये हमले न्यूजीलैंड की तरह हुए थे.

अब विश्व के सामान्य बच्चे कई बार हमले आने की स्थितियों में नहीं पढ़ सकते क्योंकि इसकी योजना केवल सरकार के जरिए दी जाती हैं। अमेरिका की यह कदम उन्हें आत्मरक्षा की दिशा में नया द्वार खोल सकता है, जिससे उन्हें अपने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

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