-अक्षत सरोत्री
सुशांत सिंह राजपूत मामले में अपनी बेबाक जुबान से सको हिलाने बाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई ऑफिस में बीएमसी की तोड़फोड़ मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट 26 नवंबर को अपना फैसला देगा। बीएमसी ने 9 सितंबर को कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ की थी। कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। कंगना के बंगले के डिमोलिशन मामले में कोर्ट में कंगना के खिलाफ मामले में अपीयर होने के लिए वरिष्ठ वकील को 82.5 लाख रुपये लीगल फीस के तौर पर दी गई। सितंबर में बीएमसी ने कंगना रनोट के पाली हिल, बांद्रा, मुंबई वाले ऑफिस को अवैध बताकर गिरा दिया था। इसके बाद कंगना ने मुंबई हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था कि बीएमसी आगे की कार्रवाई न कर सके।
वरिष्ठ वकील को 82 लाख दिए बीएमसी ने मामले में जीत हासिल करने हेतु
अब हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बीएमसी ने कंगना रनोट के मामले में वरिष्ठ वकील को 82 लाख दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, आरटीआई का जवाब देते हुए बीएमसी ने कहा कि उन्होंने कंगना रनोट मामले में वकील को 82.5 रुपये दिए हैंl शरद यादव नामक एक आरटीआइ एक्टिविस्ट ने मामले में आरटीआइ लगाई थीl पहली बार यह जानकारी नहीं दी गई। जब उन्होंने इस मामले में अपील कीl तब उन्हें यह जानकारी दी गईl कंगना ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहाl उन्होंने कहा कि बीएमसी ने अब तक 82 लाख रुपये वकील को फीस के तौर पर दे चुकी है, ताकि जो उन्होंने अवैध तरीके से मेरा घर गिराया था, उसे कोर्ट में सही साबित कर सकें। इस मामले में पिताजी का पप्पू सार्वजनिक पैसे का दुरुपयोग कर रहा हैl