नई दिल्ली, 27 अगस्त: भारत के चंद्रयान-3 मिशन ने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की थी, जिसके बाद से पूरे देश में जश्न का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (26 अगस्त) को घोषणा की थी कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग वाली जगह को ‘शिवशक्ति’ (Shiv Shakti) प्वाइंट कहा जाएगा। इस नामकरण के बाद देश में सियासत भी तेज हो गई है।
अब हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने भी इस मामले पर बयान दिया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने रविवार (27 अगस्त) को कहा, “चांद पर भी जिहादी मानसिकता के लोग पहुंचे, उससे पहले ही चंद्रमा को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और शिवशक्ति प्वाइंट को हिंदू राष्ट्र की राजधानी बनाई जाए.”
उन्होंने आगे कहा, “शिवशक्ति प्वाइंट को हम शिवशक्ति धाम के रूप में देख रहे हैं। हिंदू महासभा, संत महासभा की ओर से सरकार को पत्र भी भेज रहा हूं कि चंद्रमा को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और शिवशक्ति प्वाइंट को इसकी राजधानी बनाई जाए। हमने ये भी प्रस्ताव पास किया है कि शिवशक्ति प्वाइंट पर भगवान शिव, मां पार्वती और भगवान गणेश का भव्य मंदिर हम बनाएंगे, जैसे ही आना-जाना सुलभ होता है.”
प्रधानमंत्री ने कहा था कि चंद्रयान-2 ने 2019 में चांद की सतह पर जहां अपने पदचिह्न छोड़े थे, उसे तिरंगा प्वाइंट कहा जाएगा और 23 अगस्त का दिन राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
इसरो ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 लॉन्च किया था। इसने 23 अगस्त की शाम को चांद के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की थी, और इससे पहले चांद के हिस्से पर कोई नहीं पहुंचा पाया था। ऐसा करने वाले भारत पहला देश बन गया है