उत्तर प्रदेश के बरेली की SDM ज्योति मौर्या की बेवफाई की कहानी सुर्खियों में आने के बाद अब पीड़ित पति की कहानी सुर्खियां बटोर रही हैं। यह मामला जैसलमेर जिले के भिखोड़ाई गांव की है. जहां उप स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत ANM माया के पति बलराज का कहना है कि उसने माया को पढ़ा लिखाकर ANM बनाया और फिर सरकारी नौकरी लगते ही मुझे और बेटे को दरकिनार करके किसी और लड़के के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही है. पीड़ित
बलराज की कहानी
बलराज ने कहा कि वे हनुमान गढ़ का निवासी है. उसने माया से शादी 2009 में की थी. मैंने माया को ANM का कोर्स कराया। उसके बाद माया की नौकरी 2018 में लग गई. उसकी पोस्टिंग बरमसर गांव में हुई थी. मैं जब बरमसर गांव में उसके साथ रहने गया तो उसने मुझे घर से बेदखल कर दिया। और इसके साथ मेरे ऊपर दहेज व तलाक के मामले दर्ज कर दिए है। बलराम ने आगे बताया कि रमेश नाम के युवक के साथ उसके नाजायज सम्बन्ध थे। लेकिन फिर भी उसने शादी मुझसे की थी. पहले तो वो मेरे सामने उस लड़के को धर्म भाई कहती थी लेकिन अब भिखोड़ाई गांव में रमेश के साथ लिव इन मे रह रही है। उसने 2019 में भर्ती के समय माया ने एक शपथ पत्र दिया था जिसपर लिखा था कि दहेज का लेनदेन नहीं हुआ है. मैंने अपने सरे पैसे उसे पढ़ने के लिए खर्च कर दिए, अब मेरे और मेरे बेटे को दर-दर की ठोकरे खाने को मिल रहे है. मैं प्रसाशन से न्याय की उम्मीद करता है.
बलराम को मिला न्याय
इसके बाद सीएम योगी ने भी इस मामले की जांच करने का आदेश दिया था. अंत में पीड़ित बलराम को न्याय मिल गई.
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