भारत में ऑनलाइन कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, और इसके साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय वेबसाइट्स ने भारत में उत्पाद सप्लाई करने का निर्णय लिया है। लोग अब ऑनलाइन खरीदारी को डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, यूपीआई, और अन्य विभिन्न माध्यमों के माध्यम से कर रहे हैं। ऑनलाइन लेन-देन के दौरान कई बार ऐसा हो सकता है कि लेन-देन विफल हो जाए और खाते से पैसे कट जाएं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि तकनीकी समस्याएँ, बैंक की गलतियाँ, या आपके खाते में पर्याप्त बैलेंस न होना।
इन कारणों से हो सकते है ट्रांजेक्शन फेल
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अक्टूबर 2021 के दौरान एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसका उद्देश्य भारतीय डेबिट और क्रेडिट कार्ड के इंटरनेशनल पेमेंट संबंधित वेबसाइट्स और ऑटो डेबिट के नियमों को स्पष्ट करना है। इन निर्देशों के अनुसार, अगर कोई इंटरनेशनल वेबसाइट RBI के नियमों के खिलाफ है, तो वह भारतीय डेबिट या क्रेडिट कार्ड से पेमेंट नहीं कर सकती है। इस समस्या के चलते, ट्रांजेक्शन को फेल होने का खतरा हो सकता है। यह निर्देश भारतीय डेबिट और क्रेडिट कार्ड के उपयोगकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने लेन-देन को सुरक्षित रूप से कर सकें। RBI के इस कदम से फ्रॉड और अनधिकृत लेन-देन के खिलाफ भी कदम बढ़ाया जा रहा है।
इसके अलावा, कई अंतरराष्ट्रीय वेबसाइट्स पर कुछ लिमिटेशन और रिस्ट्रीक्शन हो सकते हैं जो भारतीय कार्ड के उपयोगकर्ताओं को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में, भारतीय कार्ड से पेमेंट ब्लॉक हो सकता है, और इंटरनेट पर खरीदारी करने में दिक्कतें हो सकती हैं।
इसके अलावा, OTP (वन टाइम पासवर्ड) की समस्या, नेटवर्क समस्याएँ, और अन्य तकनीकी इश्यूज के कारण पेमेंट रुक सकता है। इससे ग्राहकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करता है कि उनकी वित्तीय सुरक्षा को मजबूत बनाया जाता है।
जब इंटनेशनल भुगतान करने के दौरान ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है, लेकिन पैसा बैंक अकाउंट से कट जाता है तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. आमतौर पर बैंक कुछ समय के अंतराल में खुद ही अकाउंट में पैसा रिफंड कर देते हैं.
ऐसे होते पैसे रिफंड
जब इंटनेशनल पेमेंट करने दौरान ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है, लेकिन पैसा बैंक अकाउंट से कट जाता है तो आपको बिलकुल भी परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. आमतौर पर बैंक कुछ दिनों के बाद में खुद ही अकाउंट में पैसा रिफंड कर देते हैं.
जब कोई व्यक्ति किसी अन्य खाते में पैसा भेजता है, तो वो पैसा पांच वर्किंग डे के अंदर खाते में पहुंचाना होगा। अगर बैंक पैसा पांच दिनों के अंदर नहीं भेजते हैं, तो हर दिन 100 रुपये का जुर्माना ग्राहक के खाते से कट लिया जाएगा। इसके अलावा, इंटरनेशनल वेबसाइट्स भारतीय डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने में किसी कारणवश विफल रहती हैं तो व्यापारी वैकल्पिक व्यवस्थाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें स्विफ्ट सेवा का उपयोग करके व्यापारी सीधे इंटरनेशनल बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं या ऐसे ऐप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कि स्क्रिल।
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