किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम (Kisan Credit Card Scheme) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है और इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस स्कीम के तहत किसानों को क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता है, जिसका उपयोग विभिन्न कृषि संबंधित आवश्यकताओं के लिए किया जा सकता है।
इस स्कीम का मुख्य विशेषताएं
आवश्यक वित्तीय सहायता: किसान क्रेडिट कार्ड की मदद से किसान विभिन्न कृषि कार्यों के लिए ऋण प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि खरीफ और रबी फसलों की खेती, खरीफ और रबी सीजन के लिए उर्वरक और बीज क्रय, और प्रासंगिक उपकरण क्रय के लिए।
सस्ती ब्याज दरें: किसान क्रेडिट कार्ड से प्राप्त की जाने वाली ऋणों पर सस्ती ब्याज दरें होती हैं, जिससे किसानों को ऋण की वापसी में आसानी होती है।
भुगतान की आवश्यकता के हिसाब से: किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को उनकी आवश्यकताओं के हिसाब से ऋण की व्यवस्था करने की स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद करता है।
आसान प्रमाणपत्र: किसान क्रेडिट कार्ड की प्राप्ति के लिए किसान को किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था के साथ आवेदन करना होता है, और इसके लिए मान्यता प्राप्त करना आसान होता है।
किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम के तहत, किसानों को क्रेडिट कार्ड के साथ सेविंग अकाउंट का भी लाभ मिलता है। यह कार्ड भारत सरकार के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के लाभार्थियों को भी मिलता है।
कुछ मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:
- सेविंग अकाउंट: किसान क्रेडिट कार्ड होने के साथ-साथ, किसानों को एक सेविंग अकाउंट का भी लाभ मिलता है। इससे वे अपने बचत और निवेश के लिए एक सुरक्षित स्थान प्राप्त कर सकते हैं।
- सुरक्षित धन संचयन: किसानों के लिए यह सुरक्षित और पैसों को बचाने का एक सुविधाजनक तरीका होता है।
- सरल प्रबंधन: इस स्कीम के तहत किसानों को उनके किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उनके बचत और निवेश को सरलता से प्रबंधित करने की सुविधा मिलती है।
- PM-KISAN योजना के लाभ: किसान क्रेडिट कार्ड के धारक PM-KISAN योजना के अंतर्गत सीधे लाभान्वित किया जा सकते हैं, जिसके तहत प्रत्येक आवश्यक वित्तीय साल में किसानों को 6,000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है।
- ऋण की व्यवस्था: किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान को 3 लाख रुपये तक का लोन 4 फीसदी के ब्याज दर के हिसाब से मिल सकता है।
- ब्याज दर: इस योजना के तहत किसानों को ऋण पर एक उच्च ब्याज दर से मुक्ति मिलती है, जो उनके ऋण के ब्याज को कम करके उनके ऋण की वित्तीय बोझ को कम करता है।
- सब्सिडी: किसानों को अगर ऋण की व्याज दर का समय पर भुगतान करते हैं, तो उन्हें 3% की सब्सिडी प्राप्त हो सकती है, जिससे उनके ऋण की लागत कम होती है।
- कोलैटरल की आवश्यकता नहीं: किसान को ऋण प्राप्त करने के लिए कोई कॉलेटरल या गारंटी नहीं देनी होती है, जिससे ऋण के प्राप्ति प्रक्रिया को आसानी से किया जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लिए ऐसे करेंं आवेदन
- बैंक ब्रांच में जाएं: आपको अपने पास के किसी बैंक के शाखा (ब्रांच) में जाना होगा, जिसमें KCC आवेदन की सुविधा उपलब्ध है।
- आवश्यक दस्तावेज़ तैयार करें: आपको अपनी पहचान के साथ बैंक जाने की आवश्यकता होगी, जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, या किसी अन्य सरकारी पहचान प्रमाण पत्र।
- किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन फॉर्म भरें: बैंक में पहुंचकर, आपको किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन फॉर्म भरना होगा। इस फॉर्म में आपको व्यक्तिगत और कृषि संबंधित जानकारी प्रदान करनी होगी।
- आवेदन और दस्तावेज़ सबमिट करें: भरे गए फॉर्म के साथ, आपको अपने पहचान प्रमाण पत्रों की प्रमाणित प्रतियां और किसी भी अन्य आवश्यक दस्तावेज़ की प्रतियां जमा करनी होंगी।
- क्रेडिट लिमिट चुनें: आपको अपने किसान क्रेडिट कार्ड के लिए एक क्रेडिट लिमिट चुनना होगा, जिसका मतलब है कि आपको कितना ऋण चाहिए।
- कार्ड और पासबुक प्राप्त करें: आपके आवेदन के बाद, आपको किसान क्रेडिट कार्ड और सेविंग्स अकाउंट की पासबुक प्राप्त होगी।
- कार्ड का उपयोग करें: अब आप अपने किसान क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके विभिन्न कृषि विचारों और वित्तीय जरूरतों के लिए ऋण प्राप्त कर सकते हैं।