नीलामी प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे है तो इन बातों का रखे ध्यान

नीलामी प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे है तो इन बातों का रखे ध्यान
नीलामी प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे है तो इन बातों का रखे ध्यान

जब किसी व्यक्ति को बैंक से लोन लेने के बाद प्रॉपर्टी खरीदने का मौका मिलता है, तो कई बार ऐसा होता है कि वह लोन की किस्तों को चुका नहीं पा सकता है। ऐसे में बैंक के पास सरफेसी एक्ट के तहत प्रॉपर्टी को जब्त करने का अधिकार होता है और उस प्रॉपर्टी की नीलामी की जाती है। ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण होता है जब आप नीलामी वाली प्रॉपर्टी को खरीदने का विचार कर रहे हो।

पेमेंट प्लान की जानकारी

जब आप नीलामी वाली प्रॉपर्टी को खरीदने का विचार कर रहे हो, तो आपको पेमेंट प्लान की जानकारी पूरी तरह से हासिल करनी चाहिए। आपको यह जानना आवश्यक है कि कितनी किस्तें देनी हैं, कब तक देनी हैं और कितनी राशि की किस्त कब देनी है। बैंक आमतौर पर नीलामी के नोटिस में इसकी जानकारी प्रदान करते हैं।

प्रॉपर्टी का एक्चुअल पजेशन

प्रॉपर्टी की नीलामी में बैंक आमतौर पर वो प्रॉपर्टी बेचते हैं जो लोन की किस्तों की चुकता नहीं कर पाई होती है। ऐसे में आपको प्रॉपर्टी का एक्चुअल पजेशन जानना आवश्यक होता है, यानी कि बैंक उस प्रॉपर्टी को कब तक आपके नाम पर ट्रांसफर करेगा। ऐसा करने से आप यह सुनिश्चित कर सकते हो कि प्रॉपर्टी का अधिकार और कब्जा कब तक आपके पास होगा।

नोटिस की टेंटिटिव डेट

जब आप नीलामी की प्रॉपर्टी को खरीदने जा रहे हो, तो बैंक आपको नोटिस की टेंटिटिव डेट बताएगा, जिस दिन प्रॉपर्टी की डिलीवरी होनी थी। अगर उस दिन डिलीवरी नहीं होती है, तो बैंक के नोटिस के तहत आपको क्या अधिकार मिलेंगे, क्या आपको रिफंड मिलेगा, ब्याज की भरपाई होगी, ये सभी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

बकाया बिलों की जांच

नीलामी की प्रॉपर्टी को खरीदने से पहले आपको यह देखना चाहिए कि प्रॉपर्टी के मालिक के पास कोई बकाया बिल तो नहीं है। यह जांचना महत्वपूर्ण होता है कि क्या प्रॉपर्टी के अगले मालिक के पास बिजली, पानी का बिल या प्रॉपर्टी टैक्स के बकाया बिल हैं। ऐसे में आपको बाद में किसी अनचाहे समस्या से बचाने में मदद मिलेगी।

ये भी पढें: 19 सितंबर को लॉन्च होगा जियो एयर फाइबर, मुकेश अंबानी ने किया ऐलान