भारत में पिछले कुछ सालों से भारत में उद्यमियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इससे ये देखा जा सकता है कि लोग अपना खुद का बिज़नेस करने में ज्यादा रूचि दिखा रहे है. अब किसी स्टार्टअप के लिए सबसे ज्यादा जरुरी होती है पूंजी। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इसे प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण स्कीम्स शुरू की है। यहां हम आपको 6 सरकारी स्कीम्स के बारे में बता रहे हैं जो आपके स्टार्टअप या मौजूदा व्यवसाय को बरकरार रखने में मदद कर सकती हैं:
1. एमएसएमई लोन
सरकार ने उद्यमियों को उनकी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक नई सुविधा शुरू की है। एमएसएमई लोन स्कीम के तहत, कोई भी नया या मौजूदा उद्यम 1 करोड़ रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकता है। यह स्कीम उद्यमियों को उनकी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए शुरू की गई है। सरकार के द्वारा प्रदान की जाने वाली इस सुविधा के अंतर्गत, लोन की प्रक्रिया पूरी होने में लगभग 8-12 दिन लगते हैं और लोन के लिए दिए गए आवेदन की स्वीकृति/अस्वीकृति में मात्र 59 मिनट का ही समय लगता है।
2. क्रेडिट गारंटी फंड योजना
सीजीटीएमएसई (सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट) काफी लंबे समय से एमएसएमई के लिए कोलैटरल फ्री लोन की सुविधा प्रदान कर रहा है। इस योजना के तहत, सीजीटीएमएसई बिना किसी कोलैटरल के 10 लाख तक का वर्किंग कैपिटल लोन प्रदान करती है.
3. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना महिला उद्यमियों, सेवा और व्यापार से संबंधित उद्यमों और अन्य स्वतंत्र पेशेवरों के लिए एक उपयुक्त वित्तीय सहायता योजना है। इस योजना के तहत आपको कोलैटरल फ्री लोन मिलता है. मुद्रा लोन योजना के लिए तीन श्रेणियों में आवेदन कर सकता है, जो निम्न है:
शिशु मुद्रा लोन: इस योजना के तहत, 50,000 रुपये तक का लोन 1 से 2 प्रतिशत के सालाना ब्याज दर पर उपलब्ध है।
किशोर मुद्रा लोन: यह योजना 5 लाख रुपये तक का लोन प्रदान करती है, जिसकी ब्याज दरें 8.60 से 11.15 प्रतिशत के सालाना हैं।
तरूण मुद्रा लोन: यदि आपकी आवश्यकता 5 लाख से अधिक से लेकर 10 लाख रुपये तक के लोन की है, तो तरूण मुद्रा लोन योजना 11.15 से 20 प्रतिशत के सालाना ब्याज दर पर आपके लिए उपयुक्त हो सकती है.
4. राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम स्कीम
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम स्कीम (National Small Industries Corporation Scheme) के तहत छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्राप्त करने का मौका मिल रहा है। इस स्कीम के अंतर्गत दो प्रमुख योजनाएं हैं:
मार्केटिंग सहायता योजना (Marketing Assistance Scheme): इस योजना के तहत, आप अपने व्यवसाय को विपणन और बाजारिक मूल्य को बढ़ाने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना आपके व्यवसाय को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है और आपकी पेशकशों को बाजार में अधिक प्रसारित करने में मदद कर सकती है।
क्रेडिट सहायता योजना (Credit Assistance Scheme): इस योजना के तहत, आप विभिन्न वित्तीय कार्यों के लिए वित्त प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कच्चे माल की खरीद, वित्त, और मार्केटिंग के लिए वित्तीय सहायता मिलती है.
5. क्रेडिट-लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी योजना
सरकार ने तकनीकी प्रगति के क्षेत्र में वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए क्रेडिट-लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी योजना को शुरू किया है। इस योजना के अंतर्गत उद्यमियों को उनके तकनीकी प्रगति के परियोजनाओं के लिए सरकारी सब्सिडी प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
6. सिडबी लोन
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) एक सरकारी व्यवसाय लोन प्रदान करने वाली प्रमुख संस्था है, जो छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। सिडबी लोन का उद्देश्य एमएसएमई (माइक्रो, स्मॉल, और मेडियम एंटरप्राइजेस) व्यवसायों को वित्तीय समर्थन प्रदान करना है ताकि वे अपने व्यवसाय को विकसित कर सकें और नौकरियों को बढ़ावा दे सकें।
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