Imran Khan: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आर्थिक संकट के साथ साथ राजनीतिक संकट से भी जूझ रहा है। जहां आवाम के पास खाने के लिए दो वक्त की रोटी नहीं हैं। जहां बच्चे भूखे पेट बिलख रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच भी पाकिस्तान के हुकमरान सत्ता की कुर्सी को पाने की जद्दोजहद में लगे हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है। साथ ही, सरकार और सेना को चेतावनी दे डाली है। इमरान खान ने कहा है कि, 14 मई को पंजाब प्रांत में चुनाव कराने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन हुआ तो उनकी पार्टी इसके विरोध में सड़कों पर उतरेगी।
दरअसल, इमरान खान की रैली के लिए बड़ी संख्या में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ता लिबर्टी चौक पर मौजूद रहे। इस रैली को संबोधित करने के लिए इमरान बुलेट बम प्रूफ वाहन में पहुंचे थे।
इमरान खान ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, PML-N सरकार के चुनावों में देरी करने की साजिश में नहीं फंसेंगे
इमरान खान (Imran Khan) की शहबाज सरकार को दो टूक
खान ने कहा “मैं चोरों और उनके संचालकों को चेतावनी देता हूं कि अगर वो संविधान का विरोध करते हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं करेंगे पूरा राष्ट्र मेरे साथ सुप्रीम कोर्ट का समर्थन करने के लिए सड़कों पर उतर आएगा।”
हालांकि, इमरान खान ने सरकार पर चुनाव से भागने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, सरकार को चुनाव में PTI से हारने का डर है।
इमरान का सरकार पर आरोप
इमरान खान ने सरकार पर चुनाव से भागने का आरोप लगाया। साथ ही, संयुक्त चुनाव के लिए PTI की ओर से शर्त रखते हुए इमरान ने कहा कि विधानसभाओं को 14 मई तक भंग करना होगा। इसके लिए पार्टी सिर्फ मुख्य न्यायाधीश के कहने पर सरकार से बातचीत कर रही है। अगर सरकार बजट पास होने के बाद यानी की सितंबर में चुनाव कराने की बात कहती है तो पार्टी उनकी इस योजना पर नहीं फंसने वाले हैं। फिर वे इस मामले में कानूनी सहारा भी लेंगे।
बता दें कि नेशनल असेंबली का 5 साल का कार्यकाल इस साल अगस्त में पूरा होगा। संविधान के अनुसार, निचले सदन के विघटन के 90 दिन के भीतर चुनाव होता है। इस हिसाब से चुनाव अक्तूबर के मध्य तक होना चाहिए। बता दें कि पिछला आम चुनाव जुलाई 2018 में हुआ था।
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– Tarannum Rajpoot