उदयपुर की झीलों पर सतत जल गुणवत्ता मापक उपकरण लगाने की पहल

विश्व में अपनी झीलों के लिए शुमार लेकसिटी उदयपुर की शान फतहसागर, पीछोला और उदयसागर झील को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की प्रतिबद्धता पर झीलों के पानी की गुणवत्ता को दर्शाने के लिए उपकरण स्थापित करने की कवायद प्रारंभ कर दी गई है।
जिला कलक्टर की अध्यक्षता में संबंधित विभागीय अधिकारियों की कल यहां आयोजित बैठक में लगाए जाने वाले उपकरण संबंधित प्रस्तुतिकरण दिया गया। कलक्टर मीणा ने बताया कि उदयपुर में झीलों की सतत् जल गुणवता जांच एवं जनचेतना के लिए फतहसागर, पीछोला एवं उदयसागर झीलों में फ्लोटिंग प्लेटफॉर्म में सेंसर लगाया जाएगा ताकि चौबीस घण्टे जल की गुणवता की जांच की जा सके एवं डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से लोगों को इसकी जानकारी मिल सके।
उन्होंने कहा कि यह राजस्थान के लिये एक नवाचार होगा और विश्व प्रसिद्ध झीलों की नगरी उदयपुर के लिये एक नया आयाम स्थापित करेगा। इस दौरान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शरद सक्सेना ने बताया कि इस यंत्र की विशेषता यह है कि यह सभी स्टेशन चलित प्रकार के होगें ताकि झील के किसी भी स्थान से जल की गुणवत्ता की जांच हो सके। डिस्प्ले बोर्ड में जल की गुणवता के अनुसार झील का पानी किसी भी स्थान पर नहाने एवं पीने योग्य है या नहीं, इसकी जानकारी आम आदमी को उपलब्ध हो सकेगी।